वस, फरीदाबाद
एनआईटी की पैरिफेरल रोड को चौड़ा करने का काम लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। सीएम अनाउंसमेंट के तहत शुरू किया गया यह काम कई जगह पूरी तरह से रुक गया है। नीलम-बाटा रोड को खोदकर छोड़ दिया गया है, जिससे उड़ रही धूल प्रदूषण भी बढ़ा रही है। नीलम-रेलवे रोड का भी यही हाल है। हालांकि, निगम अधिकारियों का कहना है कि सड़क का काम तेजी से चल रहा है।
सीएम ने 23 जुलाई को किया था शिलान्यास
एनआईटी की कुछ महत्वपूर्ण सड़कें काफी व्यस्त रहती हैं। बौद्ध विहार से आईटीआई, नीलम चौक, बीआर आंबेडकर चौक (हार्डवेयर चौक) और बौद्ध विहार से बीआर आंबेडकर चौक (हार्डवेयर चौक) तक ट्रैफिक का ज्यादा दबाव रहता है। एनआईटी के अलग-अलग हिस्सों में जाने के लिए लोग इन सड़कों का इस्तेमाल करते हैं। ये सभी सड़कें आपस में एक-दूसरे से जुड़ती भी हैं। इन्हें पैरिफेरल रोड भी कहते हैं। इन्हें चौड़ा करने के लिए पिछले साल सीएम मनोहर लाल ने घोषणा की थी। इसके बाद नगर निगम ने 102 करोड़ रुपये का प्रॉजेक्ट तैयार किया, जिसमें सड़क को चौड़ा कर उसके दोनों तरफ ग्रीन बेल्ट, सर्विस लेन बनाने का प्रावधान रखा गया। इस सड़क का काम शुरू करने के लिए 23 जुलाई 2017 को सीएम ने नगर निगम ऑडिटोरियम से शिलान्यास किया, जिसके बाद निगम ने दिसंबर में काम शुरू किया, लेकिन अब यह काम काफी सुस्त गति से चल रहा है।
क्या है मौजूदा स्थिति
नगर निगम ने सबसे पहले नीलम-बाटा रोड को चौड़ा करने का काम शुरू किया था। ठेकेदार ने बाटा की तरफ से सीमेंटेड सड़क बनाने का काम शुरू किया, लेकिन अब यह काम पूरी तरह से रुक गया है। नीलम चौक से बाटा चौक तक सड़क खोद दिया गया है, जिससे वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ, नीलम चौक से रेलवे रोड की तरफ भी काम नहीं हो रहा है। नगर निगम ठेकेदार सड़क के डिवाइडर को रेलवे चौक की तरफ से तोड़कर सड़क चौड़ा करने का काम कर रहे हैं, लेकिन वह भी अब रुक गया है। जिससे हर रोज भारी मात्रा में धूल उड़ती है।
- सड़क का निर्माण तेज गति से चल रहा है। जहां पर काम रुके हैं, वहां पर बिजली के खंभे बीच में आ रहे हैं, उन्हें हटाने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। - रमेश बंसल, एसई, नगर निगम