नगर संवाददाता, फरीदाबाद
शहर की आबोहवा में घुला पलूशन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को दिन में धूप निकलने से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन शाम के वक्त स्मॉग की चादर एक बार फिर पूरे शहर पर छा गई। ऐसे में लोगों को सांस लेने में दिक्कत के साथ आंखों में जलन भी महसूस हुई। इस दौरान हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 389 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर आंकी गई।
सुबह-शाम ज्यादा दिक्कत
सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों पर गौर करें तो शनिवार सुबह और शाम के वक्त पलूशन ज्यादा आंका गया। इस दौरान हवा में पीएम 2.5 का स्तर 389 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक मिला। यह 3-4 दिन से कम था, लेकिन मानक से अब भी करीब 6 गुना ज्यादा है। स्मॉग बढ़ने से रविवार को हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।
सरकारी महकमों की लापरवाही जारी
एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने खुले में निर्माण काम रोकने के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन फरीदाबाद प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले रहा है। वाईएमसीए यूनिवर्सिटी व एस्कॉर्ट्स मुजेसर मेट्रो स्टेशन के बीच मथुरा रोड पर एनएचएआई कई दिनों से खुदाई करा रहा है। इसी तरह नीलम बाटा रोड भी 2 महीने से खुदी पड़ी है। यह सड़क नगर निगम बनवा रहा है।
सांस के 200 मरीज पहुंचे हॉस्पिटल
स्मॉग व हवा में घुल चुके धूल के कणों से शहर में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। शनिवार को शहर के अलग-अलग हॉस्पिटल में सांस संबंधी बीमारियों के करीब 200 मरीज इलाज कराने पहुंचे। सिर्फ बीके हॉस्पिटल में 100 लोगों ने अपना इलाज कराया।