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एक घर और विभाग ने भेज दिए दो-दो बिल, लोग परेशान

नगर निगम की ओर से नियुक्त की गई प्राइवेट एजेंसी बिना प्लानिंग के लोगों के घरों पर हाउस टैक्स, सीवर-पानी के बिल भेज रही है। ओल्ड फरीदाबाद जोन के सेक्टर-17 में ज्यादातर लोगों के घरों पर दो अलग-अलग नामों से बिल भेजे गए हैं, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

नवभारत टाइम्स 7 Jun 2018, 8:00 am
फरीदाबाद
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नगर निगम की ओर से नियुक्त की गई प्राइवेट एजेंसी बिना प्लानिंग के लोगों के घरों पर हाउस टैक्स, सीवर-पानी के बिल भेज रही है। ओल्ड फरीदाबाद जोन के सेक्टर-17 में ज्यादातर लोगों के घरों पर दो अलग-अलग नामों से बिल भेजे गए हैं, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बिल में प्लॉट का साइट तो गलत लिख ही रखा है, साथ ही हाउस टैक्स की राशि भी गलत लिखी गई है। वैसे नियमों को देखा जाए तो नगर निगम लोगों के घर हाउस टैक्स का बिल नहीं भेज सकता है, क्योंकि निगम में सेल्फ डिक्लरेशन की स्कीम है। यानी की लोग खुद अपनी प्रॉपर्टी डिक्लेयर कर हाउस टैक्स जमा करवाएंगे।

विकास वर्मा सेक्टर-17 स्थित मकान नंबर 292 में रहते हैं। उन्होंने बताया कि ये मकान कई साल पुराना है। मकान का साइज 250 गज है। इससे पहले हाउस टैक्स का कुछ भी बकाया नहीं है। केवल 2017-18 का हाउस टैक्स जमा करना है, लेकिन नगर निगम ने उनके घर पर दो नोटिस और बिल भेज दिए हैं। हाउस टैक्स व सीवर-पानी का बिल उनके पिता हरीश चंद के नाम से तो आया है साथ ही उनके नाम से भी हाउस टैक्स, सीवर-पानी का बिल आ गया है। इसके अलावा हाउस टैक्स के नोटिस में प्लॉट का साइज 180 लिखा है, जबकि प्लॉट का साइज 250 गज है। सीवर-पानी का बिल भी पूरे साल का एक साथ लिया जा रहा है, जबकि बिल तीन व 6 महीने में एक बार पहले आता था। यानी की कुल मिलाकर जनता को परेशान करने वाली बात हो रही है।

एक लाख के बिल हो चुके है डिस्ट्रिब्यूट
नगर निगम ने अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए टैक्स कलेक्शन पर जोर लगा रखा है। निगम के पास साल 2008 में कराए गए सर्वे के अनुसार 2 लाख 45 हजार प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड है, जबकि इसके बाद इनकी संख्या बढ़ चुकी है। बिजली बोर्ड के आंकड़ों की मानें तो कुल 5 लाख प्रॉपर्टी शहर में ऐसी हैं, जिनमें बिजली के कनेक्शन हैं, लेकिन उनसे निगम टैक्स नहीं कलेक्ट कर रहा है। इस पर निगम ने बिजली बोर्ड से आंकड़े लिए और प्राइवेट एजेंसी नियुक्त कर दी। प्राइवेट एजेंसी ने अभी तक 1 लाख के करीब लोगों के घरों में नोटिस भेज दिया है, लेकिन ये नोटिस व बिल गलत जा रहे हैं। एजेंसी के पास कोई डाटा नहीं है।

'मैं मीडिया से बात नहीं करूंगा'
नगर निगम की ओर से जिस प्राइवेट एजेंसी को बिल डिस्ट्रिब्यूट करने का काम सौंपा गया है, उसके एक अधिकारी वाजिद से जब बात कर इस समस्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं मीडिया से बात नहीं करता। आप कमिश्नर से बात करिए।

उचित कदम उठाए जाएंगे
इस तरह की शिकायत काफी आ रही है। इस बारे में नगर निगम कमिश्नर से बात करके उचित कदम उठाए जाएंगे, ताकि लोगों को परेशानी न हो। -विशाल कौशिक, जेडटीओ हेडक्वार्टर, नगर निगम

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