एनबीटी न्यूज, नूंह
फिरोजपुर झिरका के गांव बसईमेव में शिक्षा के नाम पर खिलवाड़ का मामला सामने आया है। यहां किराए के महज दो कमरों में करीब 200 से 250 बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। इतना ही नहीं कमरों के बाहर घनी धूप में कुछ बच्चों को मुर्गा बनाकर भी सजा दी गई थी। इस स्कूल को न तो शिक्षा विभाग की कोई परमीशन थी और न ही कोई मान्यता। यहां तक कि स्कूल पर किसी नाम का बोर्ड भी नहीं था। गांव के ही किसी व्यक्ति ने शिक्षा विभाग को गुप्त सूचना देकर जब इस स्कूल की सूचना दी तो मामले का भेद खुला। सूचना के बाद विभागीय अधिकारियों ने स्कूल में छापा मारा। इस दौरान स्कूल का मुखिया कोई सरकारी कागज नहीं दिखा सका। इस पर स्कूल को तुरंत बंद कर दिया गया। साथ ही स्कूल प्रशासन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए।
धूप में मुर्गा बने मिले बच्चे
रेड के दौरान स्कूल में बच्चों को शारीरिक प्रताड़ना देने का मामला भी सामने आया। एक टीचर ने कड़ी धूप में बच्चों को मुर्गा बनाया हुआ था। विभागीय अधिकारियों ने बच्चों को मौके पर जाकर मुक्त कराया और उन्हें फिजिकली टॉर्चर करने के लिए टीचर को जमकर लताड़ लगाई।
मिडल क्लास के बच्चे भी पढ़ते थे यहां
फर्जी स्कूल में मिडल स्टैंडर्ड तक के बच्चों पढ़ रहे थे। स्कूल के अधिकांश बच्चों का ऐडमिशन अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों में कराया गया था। इनकी परीक्षा भी उनके स्कूलों में होती थी। केवल बच्चों की रेगुलर क्लासेज इस स्कूल में लगाई जाती थीं। फिरोजपुर ब्लॉक के शिक्षा अधिकारी सूगर सिंह ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ स्वीकार नहीं है। शिक्षा की दुकान चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।