गुड़गांव
द्वारका एक्सप्रेसवे पर मार्च में स्लैब गिरने से हुए हादसे के बाद भी एनएचएआई के अधिकारी सचेत नहीं हैं। इसी प्रॉजेक्ट पर अब पिलर नंबर 174-175 पर रखी स्लैब में दरार आ गई है। इसके टुकड़े भी नीचे लटक गए हैं। इस बारे में साई कुंज आरडब्ल्यूए की ओर से पीएमओ, केंद्रीय परिवहन मंत्री, बादशाहपुर के विधायक, जीएमडीए को ट्वीट कर जांच की मांग की गई है। बता दें कि द्वारका एक्सप्रेसवे 29 किलोमीटर लंबा प्रॉजेक्ट है। इसका निर्माण 4 हिस्सों में होना है। 2 हिस्से दिल्ली में हैं और दो गुड़गांव में। सितंबर 2022 तक इस प्रॉजेक्ट के पूरा करने का दावा किया जा रहा है। यह करीब 9 हजार करोड़ का प्रॉजेक्ट है। दिल्ली एरिया के दोनों हिस्सों का निर्माण जयकुमार इन्फ्रा प्रॉजेक्ट लिमिटेड नामक कंपनी कर रही है, जबकि हरियाणा के गुड़गांव वाले हिस्से में निर्माण एलएंडटी नामक कंपनी कर रही है।
27 मार्च 2021 को यहां पर स्लैब पिलर 107 और 109 के बीच रखे स्लैब गिर गए थे। इसमें 3 मजदूर घायल हो गए थे। अब उसी तरह का हादसा पिलर नंबर 174-175 पर हो सकता है। यहां रखी स्लैब पर न केवल दरार आ गई है, बल्कि टुकड़े टूटकर नीचे भी लटक गए हैं। साई कुंज आरडल्ब्यूए के प्रेजिडेंट राकेश राणा ने बताया कि इस बारे में सोशल मीडिया पर शिकायत की गई है। यहां पर कभी भी हादसा हो सकता है। इससे पहले सोहना रोड पर भी स्लैब गिरने से हादसा हो चुका है। इस बारे में एनएचएआई के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।
द्वारका एक्सप्रेसवे पर मार्च में स्लैब गिरने से हुए हादसे के बाद भी एनएचएआई के अधिकारी सचेत नहीं हैं। इसी प्रॉजेक्ट पर अब पिलर नंबर 174-175 पर रखी स्लैब में दरार आ गई है। इसके टुकड़े भी नीचे लटक गए हैं। इस बारे में साई कुंज आरडब्ल्यूए की ओर से पीएमओ, केंद्रीय परिवहन मंत्री, बादशाहपुर के विधायक, जीएमडीए को ट्वीट कर जांच की मांग की गई है।
27 मार्च 2021 को यहां पर स्लैब पिलर 107 और 109 के बीच रखे स्लैब गिर गए थे। इसमें 3 मजदूर घायल हो गए थे। अब उसी तरह का हादसा पिलर नंबर 174-175 पर हो सकता है। यहां रखी स्लैब पर न केवल दरार आ गई है, बल्कि टुकड़े टूटकर नीचे भी लटक गए हैं। साई कुंज आरडल्ब्यूए के प्रेजिडेंट राकेश राणा ने बताया कि इस बारे में सोशल मीडिया पर शिकायत की गई है। यहां पर कभी भी हादसा हो सकता है। इससे पहले सोहना रोड पर भी स्लैब गिरने से हादसा हो चुका है। इस बारे में एनएचएआई के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।