नरेश गर्ग, फिरोजपुर झिरका
करोड़ों की लागत से बने अल-आफिया अस्पताल में सुविधाएं बदहाल हैं। 50 बेड के बहुमंजिला अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों के नाम पर एक पुरुष नर्स और दो स्टाफ नर्स ही दिखते हैं। मरीजों की सुध लेने वाला यहां कोई नहीं। यहां ऐंम्बुलेंस तो है, लेकिन इसे चलाने वाला ड्राइवर नहीं। यही नहीं डिलिवरी हट भी बंद पड़ा रहता है। ये सभी अव्यवस्थाएं बुधवार को एसडीएम प्रशांत अटकान को अस्पताल में अपने औचक निरीक्षण के दौरान मिलीं। एसडीएम का कहना है कि अब अस्पताल की सारी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, अतिरिक्त प्रधन सचिव स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी।
गुड़गांव-अलवर नैशनल हाइवे पर स्थित गांव मांड़ीखेड़ा के पास बना अल आफिया अस्पताल बहुमंजिला बना हुआ है। यहां यूं तो डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाई कर्मचारियों व सिक्यॉरिटी गार्ड और एवं एंबुलैंस के चालक काफी संख्या में हैं। लेकिन जब एसडीएम बुधवार सुबह अस्पताल पहुंचे तो यहां कोई नहीं मिला। सुबह के पौने छह बजे यहां एक भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं मिला। यहां सिर्फ 3 स्वास्थ्यकर्मी मिले। इनमें से एक पुरुष नर्स भूमितल पर और दो स्टाफ नर्स प्रथम तल पर मिले। यहां ऐंम्बुलेंस पर एक भी ड्राइवर नहीं मिला। एक भी सिक्यॉरिटी गार्ड मौके पर नहीं था। यही नहीं हद तो तब हो गई जब यहां डिलिवरी हट भी बंद मिला। जबकि अस्पताल में खड़ी गाड़ियों के पास एक गर्भवती महिला फर्श पर बैठी परेशान हो रही थी। सफाई व्यवस्था भी बदहाल दिखी। अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों ने एसडीएम को बताया कि पूरी रात उनकी सुध लेने के लिए कोई डॉक्टर नहीं आया।
वहीं, अस्पताल के इंचार्ज डॉ. बलजिंद्र सिंह का कहना है कि अगर इस तरह की असुविधाएं एसडीएम को मिली हैं, तो यह चिंता का विषय है। इसमें सुधार किया जाएगा। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।