गुड़गांव
2 महीने पहले करीब 33 करोड़ रुपये की लागत से बनी 6 किमी सड़क (खेड़कीदौला बाईपास) की उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गई है। इसकी जांच सीएम मनोहर लाल की तरफ से पीडब्ल्यूडी बीएंडआर में नियुक्त तकनीकी सलाहकार विशाल सेठ कर रहे हैं। बुधवार को इस सिलसिले में पंचकूला में बैठक हुई, जिसमें हूडा के चीफ ऐडमिनिस्ट्रेटर डी.सुरेश, चीफ इंजीनियर वी.के. कालड़ा और नरेश पंवार, अडिशनल चीफ इंजीनियर वाईएम मेहरा और ईएक्सईएन श्वेता शर्मा मौजूद थीं।
28 मार्च को एनबीटी ने '33 करोड़ रुपये से बनीं सड़क 2 महीने में उखड़ी' शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने तकनीकी सलाहकार विशाल सेठ से इसकी जांच करने का आग्रह किया था। सेठ ने चीफ ऐडमिनिस्ट्रेटर से कहा है कि वह कंपनी के खिलाफ सबसे पहले विभागीय कार्रवाई करें। जहां-जहां से सड़क उखड़ी है, उसे तुरंत ठीक किया जाए।नकिसी नई एजेंसी से जांच करवाई जाए कि इस सड़क के निर्माण में क्या-क्या अनियमितताएं बरती गई हैं।
सेठ ने बताया कि इस सड़क के टूटने से कितना नुकसान हरियाणा सरकार को हुआ है, इसका जायजा लिया जा रहा है। उस नुकसान की भरपाई ठेकेदार से करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य प्रशासक से पूछा गया है कि सड़क टूटने के पीछे किस-किस इंजीनियर की लापरवाही रही है और क्या कार्रवाई की गई।
2 महीने पहले करीब 33 करोड़ रुपये की लागत से बनी 6 किमी सड़क (खेड़कीदौला बाईपास) की उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गई है। इसकी जांच सीएम मनोहर लाल की तरफ से पीडब्ल्यूडी बीएंडआर में नियुक्त तकनीकी सलाहकार विशाल सेठ कर रहे हैं। बुधवार को इस सिलसिले में पंचकूला में बैठक हुई, जिसमें हूडा के चीफ ऐडमिनिस्ट्रेटर डी.सुरेश, चीफ इंजीनियर वी.के. कालड़ा और नरेश पंवार, अडिशनल चीफ इंजीनियर वाईएम मेहरा और ईएक्सईएन श्वेता शर्मा मौजूद थीं।
28 मार्च को एनबीटी ने '33 करोड़ रुपये से बनीं सड़क 2 महीने में उखड़ी' शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने तकनीकी सलाहकार विशाल सेठ से इसकी जांच करने का आग्रह किया था। सेठ ने चीफ ऐडमिनिस्ट्रेटर से कहा है कि वह कंपनी के खिलाफ सबसे पहले विभागीय कार्रवाई करें। जहां-जहां से सड़क उखड़ी है, उसे तुरंत ठीक किया जाए।नकिसी नई एजेंसी से जांच करवाई जाए कि इस सड़क के निर्माण में क्या-क्या अनियमितताएं बरती गई हैं।
सेठ ने बताया कि इस सड़क के टूटने से कितना नुकसान हरियाणा सरकार को हुआ है, इसका जायजा लिया जा रहा है। उस नुकसान की भरपाई ठेकेदार से करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य प्रशासक से पूछा गया है कि सड़क टूटने के पीछे किस-किस इंजीनियर की लापरवाही रही है और क्या कार्रवाई की गई।