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गुड़गांवः 15 अक्टूबर से सोसायटी में नहीं चलेंगे जनरेटर, कैसे होंगी ऑनलाइन क्लासेज और वर्क फ्रॉम होम?

ईपीसीए की गाइडलाइन्स के मुताबिक 15 सितंबर से जनरेटर के माध्यम से सिर्फ लिफ्ट और वॉटर सप्लाई की बिजली दी जाएगी। स्थायी बिजली कनेक्शन नहीं होने पर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट उनकी याचिका पर डिवेलपर को आदेश जारी किए हुए हैं कि जनरेटर से दी जा रही बिजली को बिजली निगम के रेट्स पर रेजिडेंट्स से लिया जाए।

Authored byदीपक आहूजा | नवभारत टाइम्स 14 Oct 2020, 10:04 am
गुड़गांव
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सेक्टर-37डी स्थित रामप्रस्था सिटी की मेंटिनेंस कंपनी के एस्टेट ऑफिस ने मंगलवार को रेजिडेंट्स को ई-मेल के माध्यम से एक नोटिस भेज दिया। इसमें बताया गया कि ईपीसीए की गाइडलाइंस के मुताबिक, 15 अक्टूबर से जनरेटर के माध्यम से सिर्फ लिफ्ट और वॉटर सप्लाई की बिजली दी जाएगी। अब इस नोटिस से रेजिडेंट्स में हड़कंप है, क्योंकि यहां करीब 80 प्रतिशत परिवार घर से काम कर रहे हैं। स्कूल बंद होने से बच्चों की ऑन लाइन क्लासेज भी घर से चल रही हैं।

सेक्टर-37डी स्थित रामप्रस्था सिटी में 7 सोसायटी हैं। इसमें एटीरियम में 230, व्यू में 205, ऐज में 600, विस्ता में 150 परिवारों ने रहना शुरू कर दिया है। वहीं, डिवेलपर कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि ईपीसीए की गाइडलाइंस से रेजिडेंट्स को अवगत करवा दिया है।

आरडब्ल्यूए प्रेजिडेंट प्रदीप राही का कहना है कि ईपीसीए के आदेश पर डिवेलपर अपना फायदा देख रहा है। स्थायी बिजली कनेक्शन नहीं होने पर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट उनकी याचिका पर डिवेलपर को आदेश जारी किए हुए हैं कि जनरेटर से दी जा रही बिजली को बिजली निगम के रेट्स पर रेजिडेंट्स से लिया जाए। अब अपना फायदा देखते हुए मेंटिनेंस कंपनी ने यह नोटिस दिया है। ईपीसीए को भी चाहिए कि रेजिडेंट्स को परेशान करने के बजाय डिवेलपर के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करे।

क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
यहां के एक निवासी ने बताया, 'मैं एक आईटी कंपनी में काम करता हूं। कोरोना संक्रमण के बाद से घर से काम हो रहा है। डिवेलपर के पास बिजली का स्थायी कनेक्शन नहीं है। कंस्ट्रक्शन को लेकर ली बिजली केबल से उन्हें बिजली की सप्लाई कर रहा है। 24 घंटे में से रोजाना 7 से 8 घंटे बिजली गुल रहती है। ऐसे में अगर जनरेटर बंद कर दिया तो घर से ऑफिस का काम नहीं कर पाएंगे।'

एक स्थानीय निवासी, 'हमारी कॉलोनी में 80 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो एमएनसी और आईटी कंपनी में नौकरी करते हैं। ऐसे में घर से ऑफिस का काम चल रहा है। मेंटिनेंस कंपनी ने नोटिस दे दिया है, जो परेशानी खड़ी कर देगा।'

एक रेजिडेंट अश्विनि ओझा ने बताया, 'मैं एक एमएनसी कंपनी में जॉब करता हूं। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद हैं। बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज भी घर से चल रही हैं। जनरेटर बंद होने से सारा सिस्टम ठप हो जाएगा। ईपीसीए को चाहिए कि बिल्डर पर सख्त कार्रवाई करे।'
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दीपक आहूजा

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