गुड़गांव
18 प्लस से अधिक उम्र के लोगों को दवा लगने का अभियान शुरू हुए 7 दिन से अधिक का समय हो गया है, लेकिन दवा की कमी के कारण यह गति नहीं पकड़ पा रहा है। इतना ही नहीं कुछ लोगों को दवा न होने के कारण वैक्सीनेशन सेंटर से बिना टीका लगवाए ही वापस लौटना पड़ रहा है। खासतौर पर फर्स्ट डोज न होने की वजह से लोग अभी भी इंतजार कर रहे हैं। कई लोग अपना रजिस्ट्रेशन पोर्टल के माध्यम से करवा चुके हैं लेकिन निजी अस्पतालों में वैक्सीन न होने की वजह से लोगों को अभी इंतजार करने के लिए ही कहा जा रहा है।
जिले के करीब 37 सेंटरों पर 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन इन दिनों किया जा रहा है। लेकिन आधी-अधूरी तैयारियों की वजह से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। 18 साल से ज्यादा उम्र के युवाओं के साथ-साथ 45 साल से ज्यादा तक के लोग पीएचसी सेंटर और अस्पतालों में भटकने को मजबूर हैं। सेक्टर-10 सिविल हॉस्पिटल, सेक्टर-31 पीएचसी सेंटर सहित अन्य सेंटरों में पूरी वैक्सीन की उपलब्धता न होने की वजह से लोग घंटों लाइन में लगने को मजबूर हैं। यही हाल कई पीएचसी का भी है। सोमवार को भी बड़ी संख्या में लोग वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे। सुबह 10:00 बजे से खड़े लोगों का नंबर दोपहर 2 बजे तक भी नहीं आया। कुछ लोग बिना रजिस्ट्रेशन के भी सेंटरों में पहुंचे जिन्हें सुबह ही वापस लौटा दिया गया।
नहीं मिली सेकंड डोज
तिगरा की पीएचसी से भी सोमवार को कई लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। यहां पर लोग सेकंड डोज लगाने के लिए पहुंचे, लेकिन डोज न होने की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ा। जिसके बाद कुछ लोगों ने यहां पर हंगामा भी किया।
करना पड़ रहा घंटों इंतजार
एक सेंटर में प्रतिदिन 80 से 100 लोगों का वैक्सीनेशन में किया जा रहा है। शहर के लोगों का कहना है कि वो घंटों लाइन में खड़े रहते हैं, जब उनकी बारी आई तो पता चला कि वैक्सीन खत्म हो गई, ऐसे में उन्हें अगले दिन के लिए खुद को रजिस्टर करना पड़ता हैं अस्पताल और पीएचसी सेंटर में वैक्सीन लगवाने के लिए नागरिकों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन कोरोना वैक्सीन की कमी की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
क्या कहना है लोगों का
वैक्सीनेशन की पहली डोज सेक्टर-46 में लगाई थी, लेकिन वहां पर सेकंड डोज न होने की वजह से सेक्टर-31 पॉलीक्लिनिक आया हूं। यहां भी मुझे अभी वेटिंग करने के लिए ही कहा गया है।-सूर्य प्रकाश, सेक्टर 46
वैक्सीनेशन लगवाने के लिए सभी लोग इसलिए आ रहे हैं ताकि वह कोरोनावायरस से बच सके। लेकिन यह लंबी लाइन कहीं और बीमार न कर दे। प्रशासन को लोगों को छाया में सामाजिक दूरी के साथ खड़े होने की व्यवस्था करनी चाहिए।-अशोक कुमार, बेरी वाला बाग
वैक्सीनेशन की उपलब्धता न होने की वजह से काफी दूर से आना पड़ रहा है। मैं 15 किलोमीटर दूर वैक्सीनेशन के लिए आया हूं। पहले दिन वापस भी लौटना पड़ा था, लेकिन दूसरे दिन भी वैक्सीनेशन की लाइन में इंतजार ही कर रहा हूं।- राजू, उद्योग विहार
अपने घर के पास वाले सेंटर में वैक्सीनेशन न मिलने की वजह से दूर जाना पड़ रहा है, यह मजबूरी ही है। प्रशासन को इस समस्या का कोई हल निकालना चाहिए। लोगों को पहली डोज वाले बूथ पर ही दूसरी डोज लगवानी चाहिए।-हरविंदर सिंह, खांडसा गांव
18 प्लस से अधिक उम्र के लोगों को दवा लगने का अभियान शुरू हुए 7 दिन से अधिक का समय हो गया है, लेकिन दवा की कमी के कारण यह गति नहीं पकड़ पा रहा है। इतना ही नहीं कुछ लोगों को दवा न होने के कारण वैक्सीनेशन सेंटर से बिना टीका लगवाए ही वापस लौटना पड़ रहा है। खासतौर पर फर्स्ट डोज न होने की वजह से लोग अभी भी इंतजार कर रहे हैं। कई लोग अपना रजिस्ट्रेशन पोर्टल के माध्यम से करवा चुके हैं लेकिन निजी अस्पतालों में वैक्सीन न होने की वजह से लोगों को अभी इंतजार करने के लिए ही कहा जा रहा है।
जिले के करीब 37 सेंटरों पर 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन इन दिनों किया जा रहा है। लेकिन आधी-अधूरी तैयारियों की वजह से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। 18 साल से ज्यादा उम्र के युवाओं के साथ-साथ 45 साल से ज्यादा तक के लोग पीएचसी सेंटर और अस्पतालों में भटकने को मजबूर हैं। सेक्टर-10 सिविल हॉस्पिटल, सेक्टर-31 पीएचसी सेंटर सहित अन्य सेंटरों में पूरी वैक्सीन की उपलब्धता न होने की वजह से लोग घंटों लाइन में लगने को मजबूर हैं। यही हाल कई पीएचसी का भी है। सोमवार को भी बड़ी संख्या में लोग वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे। सुबह 10:00 बजे से खड़े लोगों का नंबर दोपहर 2 बजे तक भी नहीं आया। कुछ लोग बिना रजिस्ट्रेशन के भी सेंटरों में पहुंचे जिन्हें सुबह ही वापस लौटा दिया गया।
नहीं मिली सेकंड डोज
तिगरा की पीएचसी से भी सोमवार को कई लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। यहां पर लोग सेकंड डोज लगाने के लिए पहुंचे, लेकिन डोज न होने की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ा। जिसके बाद कुछ लोगों ने यहां पर हंगामा भी किया।
करना पड़ रहा घंटों इंतजार
एक सेंटर में प्रतिदिन 80 से 100 लोगों का वैक्सीनेशन में किया जा रहा है। शहर के लोगों का कहना है कि वो घंटों लाइन में खड़े रहते हैं, जब उनकी बारी आई तो पता चला कि वैक्सीन खत्म हो गई, ऐसे में उन्हें अगले दिन के लिए खुद को रजिस्टर करना पड़ता हैं अस्पताल और पीएचसी सेंटर में वैक्सीन लगवाने के लिए नागरिकों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन कोरोना वैक्सीन की कमी की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
क्या कहना है लोगों का
वैक्सीनेशन की पहली डोज सेक्टर-46 में लगाई थी, लेकिन वहां पर सेकंड डोज न होने की वजह से सेक्टर-31 पॉलीक्लिनिक आया हूं। यहां भी मुझे अभी वेटिंग करने के लिए ही कहा गया है।-सूर्य प्रकाश, सेक्टर 46
वैक्सीनेशन लगवाने के लिए सभी लोग इसलिए आ रहे हैं ताकि वह कोरोनावायरस से बच सके। लेकिन यह लंबी लाइन कहीं और बीमार न कर दे। प्रशासन को लोगों को छाया में सामाजिक दूरी के साथ खड़े होने की व्यवस्था करनी चाहिए।-अशोक कुमार, बेरी वाला बाग
वैक्सीनेशन की उपलब्धता न होने की वजह से काफी दूर से आना पड़ रहा है। मैं 15 किलोमीटर दूर वैक्सीनेशन के लिए आया हूं। पहले दिन वापस भी लौटना पड़ा था, लेकिन दूसरे दिन भी वैक्सीनेशन की लाइन में इंतजार ही कर रहा हूं।- राजू, उद्योग विहार
अपने घर के पास वाले सेंटर में वैक्सीनेशन न मिलने की वजह से दूर जाना पड़ रहा है, यह मजबूरी ही है। प्रशासन को इस समस्या का कोई हल निकालना चाहिए। लोगों को पहली डोज वाले बूथ पर ही दूसरी डोज लगवानी चाहिए।-हरविंदर सिंह, खांडसा गांव