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ट्यूबवेल से निकल रहा गर्म पानी

सुरेंद्र कुमार, जींदइसे कुदरत का करिश्मा कहे या प्रकृति की देन। जींद जिले के गांव मोरखी में पिछले दो साल से जमीन के नीचे से उबलता हुआ गर्म पानी ...

नवभारतटाइम्स.कॉम 1 Dec 2016, 9:00 am

सुरेंद्र कुमार, जींद

इसे कुदरत का करिश्मा कहे या प्रकृति की देन। जींद जिले के गांव मोरखी में पिछले दो साल से जमीन के नीचे से उबलता हुआ गर्म पानी निकल रहा है। इस ट्यूबवैल से इतना गर्म पानी निकलता है कि इस सर्दी के मौसम में लोगो को पानी गर्म करने की जरूरत नहीं पड़ती। गर्मी में तो रात भर रखने के बाद उसे सुबह अपने प्रयोग में लाया जाता है। जलापूर्ति विभाग व पंचायत द्वारा पेयजल सप्लाई के लिए लगवाए गए इस ट्यूबवैल से गर्मियों में शाम को और सर्दियों मे अलसुबह पानी की सप्लाई दी जाती है। गांव के लोग पिछले दो साल से इस पानी को पी रहे है किसी को भी इससे कोई तकलीफ नहीं हुई।

गांव के विजेन्द्र मराठा, सुनील,पूर्व सरपंच संदीप ने बताया कि गांव में दो साल पहले पीने के पानी की गम्भीर समस्या को देखते हुए जलापूर्ति विभाग व पंचायत ने गांव में ट्यूबवैल लगवाया था। जब इस ट्यूबवैल को लगाया जा रहा था तो उस समय कम गहारई में पानी नहीं मिला। 1400 फीट और पहुंचने के बाद सही पानी मिला। जब यह पानी निकाला गया तो यह बहुत गर्म था। इसी कारण पंचायत व विभाग ने इस पानी की गुड़गांव की लैब से जांच करवाई तो इसे पीने योग्य करार दिया गया।

इसके बाद यह टयूबवैल चालू कर दिया गया। तब से लेकर अब तक इस ट्यूबवैल से उबलता हुआ गर्म पानी आ रहा है। उन्होंने बताया कि उस समय इस ट्यूबवैल पर करीब 15 लाख रुपए खर्च आया था और इसके बाद अधिकतर गांव के पेयजल समस्या का समाधान हो गया। सप्लाई में जो पानी आता है वह गर्म है। इसी कारण उसे पहले कुछ देर के लिए रखना पड़ता है और उसके बाद ही वह पिया जाता है। सर्दी में नहाने के लिए गर्म करने की नौबत ही नहीं आती।

विजेन्द्र मराठा व सुनील ने बताया कि गर्म पानी आने से कोई दिक्कत नही है। विभाग द्वारा गर्मियों में शाम को पानी की सप्लाई दी जाती है ताकि सुबह तक ठंडा होने पर लोग इसे अपने काम में उपयोग कर सके। इसी तरह सर्दियों मे इसकी सप्लाई अलसुबह दी जाती है ताकि लोग कुछ समय बाद गर्म पानी को अपने उपयोग में ला सके। इन्होने बताया कि गर्मी में तो तो इस पानी में को पीने के लिए ठंडा करना पड़ता है और सर्दियों में इसे गर्म करने की जरूरत नही है।

पब्लिक हेल्थ विभाग के एक्सईएन भानू प्रताप शर्मा ने बताया कि करीब दो साल पहले पेयजल समस्या के समाधान के लिए जलापूर्ति विभाग ने मोरखी गांव में यह ट्यूबवैल लगाया था। कम गहराई पर पीने योग्य पानी न मिलने के कारण इसे ज्यादा गहराई पर लगाया गया।

ट्यूबवैल से गर्म पानी निकलता है और इस पानी में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।

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