जींद
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को रविवार को जींद में विरोध का सामना करना पड़ा। प्रमुख जाट नेता बीरेंद्र सिंह द्वारा आयोजित गौरव सम्मान रैली में जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (JBT) शिक्षकों ने शाह को काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया। पुलिस ने आनन-फानन में विरोध करने वालों को पकड़ा और वहां से ले गए। बता दें कि बीते गुरुवार सूरत में पाटीदार अभिनंदन समारोह के दौरान भी अमित शाह का विरोध हुआ था। वहां हार्दिक पटेल के लिए नारेबाजी करते हुए उनके समर्थकों ने कुर्सियां उठाकर फेंकी और खूब हंगामा किया था। गुजरात और हरियाणा दोनों ही बीजेपी शासित प्रदेश हैं।
रैनी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे बावजूद इसके स्टेज के ठीक सामने बैठे जेबीटी शिक्षकों ने काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। रैली में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। बाद में पुलिस ने विरोध करने वालों को वहां से दूर किया। गौरतलब है कि कुछ जेबीटी शिक्षक पिछले करीब 119 दिनों से अपनी नियुक्ति को लेकर धरने पर बैठे थे।
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इस रैली में बीजेपी अध्यक्ष ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि 'दिल्ली के दामाद' को खुश करने के लिए उन्होंने राज्य के गरीब लोगों को लूटा। उनका इशारा संभवत: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की ओर था। शाह ने यह कहने के लिए भी हु्ड्डा को आड़े हाथों लिया कि सरकारी एजेंसियों द्वारा जांच राजनीतिक बदले की कार्रवाई के तहत शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता इस लिए बेचैन हैं कि बीजेपी सरकार ने यह बेनकाब करना शुरू कर दिया कि कैसे उनके शासन में किसानों का शोषण किया गया और उनके धन को ‘दिल्ली दरबार’ भेंट चढ़ाया गया।
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में हरियाणा विकास के पथ पर चल रहा है। राज्य सरकार हर वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के विकास में हरियाणा का बड़ा योगदान है। कृषि क्षेत्र में हरियाणा की कई उपलब्धियां हैं। खेल के क्षेत्र में भी हरियाणा ने देश का नाम रोशन किया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को रविवार को जींद में विरोध का सामना करना पड़ा। प्रमुख जाट नेता बीरेंद्र सिंह द्वारा आयोजित गौरव सम्मान रैली में जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (JBT) शिक्षकों ने शाह को काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया। पुलिस ने आनन-फानन में विरोध करने वालों को पकड़ा और वहां से ले गए। बता दें कि बीते गुरुवार सूरत में पाटीदार अभिनंदन समारोह के दौरान भी अमित शाह का विरोध हुआ था। वहां हार्दिक पटेल के लिए नारेबाजी करते हुए उनके समर्थकों ने कुर्सियां उठाकर फेंकी और खूब हंगामा किया था। गुजरात और हरियाणा दोनों ही बीजेपी शासित प्रदेश हैं।
रैनी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे बावजूद इसके स्टेज के ठीक सामने बैठे जेबीटी शिक्षकों ने काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। रैली में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। बाद में पुलिस ने विरोध करने वालों को वहां से दूर किया। गौरतलब है कि कुछ जेबीटी शिक्षक पिछले करीब 119 दिनों से अपनी नियुक्ति को लेकर धरने पर बैठे थे।
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इस रैली में बीजेपी अध्यक्ष ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि 'दिल्ली के दामाद' को खुश करने के लिए उन्होंने राज्य के गरीब लोगों को लूटा। उनका इशारा संभवत: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की ओर था। शाह ने यह कहने के लिए भी हु्ड्डा को आड़े हाथों लिया कि सरकारी एजेंसियों द्वारा जांच राजनीतिक बदले की कार्रवाई के तहत शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता इस लिए बेचैन हैं कि बीजेपी सरकार ने यह बेनकाब करना शुरू कर दिया कि कैसे उनके शासन में किसानों का शोषण किया गया और उनके धन को ‘दिल्ली दरबार’ भेंट चढ़ाया गया।
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में हरियाणा विकास के पथ पर चल रहा है। राज्य सरकार हर वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के विकास में हरियाणा का बड़ा योगदान है। कृषि क्षेत्र में हरियाणा की कई उपलब्धियां हैं। खेल के क्षेत्र में भी हरियाणा ने देश का नाम रोशन किया है।