लॉकडाउन: कोटा में फंसे हरियाणा के छात्रों को लाने के लिए भेजीं 32 बसें
हरियाणा सरकार ने कोटा में फंसे छात्रों को इनके घरों तक पहुंचाने का फैसला लिया है। रोडवेज के रेवाड़ी डिपो से 16 और नारनौल डिपो से 15 बसों को कोटा के लिए रवाना किया गया है।
नवभारत टाइम्स 24 Apr 2020, 3:32 pm
रेवाड़ी
हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राजस्थान के कोटा में कोचिंग के लिए गए हुए हरियाणा के 858 छात्रों को लाने के लिए रोडवेज बसें भेजने का फैसला किया है। रेवाड़ी और नारनौल डिपो से हरियाणा रोडवेज की बसें रवाना की गई।
हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि 858 छात्रों को लाने के लिए 31 बसें रवाना की जा चूकी है। कोटा कोचिंग का हब है। यहां प्रदेश के बहुत से छात्र कोचिंग लेने जाते हैं। सरकार ने इन्हें इनके घरों तक पहुंचाने का फैसला लिया है। रोडवेज के रेवाड़ी डिपो से 16 और नारनौल डिपो से 15 बसों को कोटा के लिए रवाना किया गया है।
कुछ बसों को आरक्षित भी रखा गया है। अगर जरूरत पड़ी तो शुक्रवार को अतिरिक्त बसों को भी रवाना किया जा सकता है। बसें शुक्रवार को वहां से वापस आएंगी। इन बच्चों को उनके घरों तक छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि उनकी इस संदर्भ में राजस्थान सरकार से बात हो गई थी, जिसके बाद उन्होने ये फैसला लिया।
गौरतलब है कि सबसे पहले कोटा में फंसे छात्रों को लाने की पहल उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी। पिछले हफ्ते चार हजार से ज्यादा छात्रों को यूपी की रोडवेज बसों ने कोटा से निकालकर उनके घरों तक पहुंचाया था। इसके बाद मध्य प्रदेश सरकार भी अपने यहां के वहां फंसे छात्रों को ले आई है।
हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राजस्थान के कोटा में कोचिंग के लिए गए हुए हरियाणा के 858 छात्रों को लाने के लिए रोडवेज बसें भेजने का फैसला किया है। रेवाड़ी और नारनौल डिपो से हरियाणा रोडवेज की बसें रवाना की गई।
हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि 858 छात्रों को लाने के लिए 31 बसें रवाना की जा चूकी है। कोटा कोचिंग का हब है। यहां प्रदेश के बहुत से छात्र कोचिंग लेने जाते हैं। सरकार ने इन्हें इनके घरों तक पहुंचाने का फैसला लिया है। रोडवेज के रेवाड़ी डिपो से 16 और नारनौल डिपो से 15 बसों को कोटा के लिए रवाना किया गया है।
कुछ बसों को आरक्षित भी रखा गया है। अगर जरूरत पड़ी तो शुक्रवार को अतिरिक्त बसों को भी रवाना किया जा सकता है। बसें शुक्रवार को वहां से वापस आएंगी। इन बच्चों को उनके घरों तक छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि उनकी इस संदर्भ में राजस्थान सरकार से बात हो गई थी, जिसके बाद उन्होने ये फैसला लिया।
गौरतलब है कि सबसे पहले कोटा में फंसे छात्रों को लाने की पहल उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी। पिछले हफ्ते चार हजार से ज्यादा छात्रों को यूपी की रोडवेज बसों ने कोटा से निकालकर उनके घरों तक पहुंचाया था। इसके बाद मध्य प्रदेश सरकार भी अपने यहां के वहां फंसे छात्रों को ले आई है।