अलवर
अलवर नगर परिषद सभापति और कांग्रेस नेत्री बीना गुप्ता और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जयपुर टीम ने सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया। उन्हें ₹80000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। सभापति के बेटे कुलदीप गुप्ता पर आरोप है कि यह रिश्वत नगर परिषद में नीलामी के प्रचार प्रसार का काम करने वाले परिवादी मोहनलाल से पेंडिंग बिल पास कराने की एवज में ली गई थी।
जयपुर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह ने बताया कि जयपुर मुख्यालय पर अलवर निवासी मोहन लाल ने परिवाद पेश किया था। वह नगर परिषद अलवर में नीलामी के प्रचार प्रसार का काम करता है। जिसके कई बिल पेंडिंग चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो भी नीलामी होती है, उसका वह प्रचार प्रसार काम करता है। रिक्शे के माध्यम से या अन्य तरीके से नीलामी का 2 परसेंट राशि उन्हें मिलती है। जिसके काफी बिल पेंडिंग चल रहे हैं।
3 लाख 50 हजार की मांग
आरोप है कि नगर नगर परिषद सभापति ने 3 लाख 50 हजार की मांग की थी। ₹11,5000 परवादी पहले ही दे चुका था। रिपोर्ट देने के बाद इस शिकायत का वेरिफिकेशन कराया। वेरिफिकेशन में इस बात को सत्यापित हुआ कि बीना गुप्ता सभापति नगर परिषद अलवर और उनके पुत्र कुलदीप गुप्ता रिश्वत की मांग कर रहे है। इसी दौरान कुलदीप गुप्ता ने ₹20000 की राशि ली फिर दुबारा इसके डिमांड का सत्यापन कराया। जिसमें ₹100000 की राशि की मांग की गई।
₹1,63,000 का बिल पास किया, फिर रिश्वत
एसीबी ने सोमवार को सभापति निवास पर कार्रवाई की। क्योंकि बीना गुप्ता सारे बिलिंग का काम अपने घर पर ही करती हैं। एक बिल पहले पास हुआ था। उसकी एवज में रुपए लिए थे । सोमवार को ₹1,63,000 का बिल पास कर चेक दिया गया। फिर रिश्वत की राशि दी गई। इसी दौरान कुलदीप नगर परिषद ने बारगेनिंग कर ₹20000 वापस दे दिए ₹80000 की रिश्वत लेते हुए दोनों मां-बेटे को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया । उन्होंने बताया कि नगर परिषद में ऑप्शन का कार्य करते नहीं हो इसलिए जो बिलिंग का राशि है उसका 50 पर्सेंट दीजिए। जिसकी शिकायत उसने जयपुर मुख्यालय पर की, उन्होंने बताया कि अलवर के घर की तलाशी चल रही है।
अलवर नगर परिषद सभापति और कांग्रेस नेत्री बीना गुप्ता और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जयपुर टीम ने सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया। उन्हें ₹80000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। सभापति के बेटे कुलदीप गुप्ता पर आरोप है कि यह रिश्वत नगर परिषद में नीलामी के प्रचार प्रसार का काम करने वाले परिवादी मोहनलाल से पेंडिंग बिल पास कराने की एवज में ली गई थी।
जयपुर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह ने बताया कि जयपुर मुख्यालय पर अलवर निवासी मोहन लाल ने परिवाद पेश किया था। वह नगर परिषद अलवर में नीलामी के प्रचार प्रसार का काम करता है। जिसके कई बिल पेंडिंग चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो भी नीलामी होती है, उसका वह प्रचार प्रसार काम करता है। रिक्शे के माध्यम से या अन्य तरीके से नीलामी का 2 परसेंट राशि उन्हें मिलती है। जिसके काफी बिल पेंडिंग चल रहे हैं।
3 लाख 50 हजार की मांग
आरोप है कि नगर नगर परिषद सभापति ने 3 लाख 50 हजार की मांग की थी। ₹11,5000 परवादी पहले ही दे चुका था। रिपोर्ट देने के बाद इस शिकायत का वेरिफिकेशन कराया। वेरिफिकेशन में इस बात को सत्यापित हुआ कि बीना गुप्ता सभापति नगर परिषद अलवर और उनके पुत्र कुलदीप गुप्ता रिश्वत की मांग कर रहे है। इसी दौरान कुलदीप गुप्ता ने ₹20000 की राशि ली फिर दुबारा इसके डिमांड का सत्यापन कराया। जिसमें ₹100000 की राशि की मांग की गई।
₹1,63,000 का बिल पास किया, फिर रिश्वत
एसीबी ने सोमवार को सभापति निवास पर कार्रवाई की। क्योंकि बीना गुप्ता सारे बिलिंग का काम अपने घर पर ही करती हैं। एक बिल पहले पास हुआ था। उसकी एवज में रुपए लिए थे । सोमवार को ₹1,63,000 का बिल पास कर चेक दिया गया। फिर रिश्वत की राशि दी गई। इसी दौरान कुलदीप नगर परिषद ने बारगेनिंग कर ₹20000 वापस दे दिए ₹80000 की रिश्वत लेते हुए दोनों मां-बेटे को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया । उन्होंने बताया कि नगर परिषद में ऑप्शन का कार्य करते नहीं हो इसलिए जो बिलिंग का राशि है उसका 50 पर्सेंट दीजिए। जिसकी शिकायत उसने जयपुर मुख्यालय पर की, उन्होंने बताया कि अलवर के घर की तलाशी चल रही है।