बाड़मेर
राजस्थान के भरतपुर जिले में हथकंड शराब से मौत के मामले सामने आने के बाद एक्शन मे आया आबकारी विभाग लगातार कार्यवाही में जुटा है। वहीं इसी बीच भारत-पाक सीमा से सटे सरहदी बाड़मेर इसी मामले को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर में इन दिनों अवैध शराब की धरपकड़ हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान भीमगोड़ा गांव में कार्यवाही के लिए पहुंची आबकारी टीम और पूर्व सरपंच के परिवार सदस्यों के बीच हुई तीखी नोकझोंक हमले में बदल गई। घटना में चार ग्रामीण घायल हुए है, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिवाना में भर्ती करवाया गया। वहीं मारपीट के दौरान आबकारी सीआई कुनाराम सुथार व एक जवान के हाथ पर भी हल्की चोट आई है। साथ ही झड़प में सीआई की वर्दी भी फट गई है।
टीम ने पूर्व सरपंच के घऱ शुरू की तलाशी, तो बढ़ी उलझन
इसे घटना के बाद आबकारी विभाग की ओर से सिवाना थाने में राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया गया है। घटना के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। उनकी समझाइश के बाद ही मामला शांत हो पाया हैं। बताया जा रहा है कि अभियान के तहत बुधवार शाम करीब 5 बजे आबकारी अधिकारी कुनाराम सुथार के नेतृत्व में टीम भीमगोड़ा ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच रेखादेवी पत्नी अमियाराम के घर पहुंची थी। टीम ने अवैध शराब बिक्री की बात कहकर तलाशी शुरू की, तो परिवार सदस्य शराब नहीं होने की बात कहकर टीम से अड़ गए। आपस में चल रही नोकझोंक मारपीट तक पहुंच गई। इस पर आबकारी विभाग के जवान व परिवार सदस्य आपस में उलझ गए। इसके बाद भटाराम, विशनाराम, धोलकी देवी व मंजूदेवी को चोटें आई। जिन्हें सिवाना के सीएचसी में भर्ती करवाया गया हैं।
यह भी बात आ रही है सामने इधर पीड़ित परिवार का आरोप है कि आबकारी विभाग की टीम ने शराब बिक्री की बात कहकर उनके व परिवार सदस्यों के साथ मारपीट की। दोनों पक्षों ने सिवाना थाने में क्रॉस मामले दर्ज करवाए गए है। भीमगोड़ा निवासी मंजूदेवी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि बुधवार शाम को करीब 4.30 बजे घर का कार्य कर रही थी। तब अचानक मदनसिंह दो अन्य हाथ में लाठियां लेकर उसके घर मे घुसे। उन्होंने उसका ओढ़ना फाड़कर मारपीट करनी शुरू कर दी। वहीं उसकी 10 वर्षीय पुत्री के पैर पर लाठी से वार कर दिया। बीच बचाव में आए उसके देवर पटाराम व विशनाराम के साथ मारपीट कर उन्हें बंदी बना दिया।वहीं फोन लगाकर आबकारी विभाग बालोतरा की टीम को मौके पर बुलाया। आबकारी टीम ने आते ही बेल्ट व लाठियों से मारपीट की। ग्रामीणों ने आकर उन्हें छुड़ाया। सिवाना पुलिस ने दोनों पक्षों के मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने इतना दुस्साहस कर दिया कि आबकारी सीआई से ही उलझ गए।
राजस्थान के भरतपुर जिले में हथकंड शराब से मौत के मामले सामने आने के बाद एक्शन मे आया आबकारी विभाग लगातार कार्यवाही में जुटा है। वहीं इसी बीच भारत-पाक सीमा से सटे सरहदी बाड़मेर इसी मामले को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर में इन दिनों अवैध शराब की धरपकड़ हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान भीमगोड़ा गांव में कार्यवाही के लिए पहुंची आबकारी टीम और पूर्व सरपंच के परिवार सदस्यों के बीच हुई तीखी नोकझोंक हमले में बदल गई। घटना में चार ग्रामीण घायल हुए है, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिवाना में भर्ती करवाया गया। वहीं मारपीट के दौरान आबकारी सीआई कुनाराम सुथार व एक जवान के हाथ पर भी हल्की चोट आई है। साथ ही झड़प में सीआई की वर्दी भी फट गई है।
टीम ने पूर्व सरपंच के घऱ शुरू की तलाशी, तो बढ़ी उलझन
इसे घटना के बाद आबकारी विभाग की ओर से सिवाना थाने में राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया गया है। घटना के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। उनकी समझाइश के बाद ही मामला शांत हो पाया हैं। बताया जा रहा है कि अभियान के तहत बुधवार शाम करीब 5 बजे आबकारी अधिकारी कुनाराम सुथार के नेतृत्व में टीम भीमगोड़ा ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच रेखादेवी पत्नी अमियाराम के घर पहुंची थी। टीम ने अवैध शराब बिक्री की बात कहकर तलाशी शुरू की, तो परिवार सदस्य शराब नहीं होने की बात कहकर टीम से अड़ गए। आपस में चल रही नोकझोंक मारपीट तक पहुंच गई। इस पर आबकारी विभाग के जवान व परिवार सदस्य आपस में उलझ गए। इसके बाद भटाराम, विशनाराम, धोलकी देवी व मंजूदेवी को चोटें आई। जिन्हें सिवाना के सीएचसी में भर्ती करवाया गया हैं।
यह भी बात आ रही है सामने इधर पीड़ित परिवार का आरोप है कि आबकारी विभाग की टीम ने शराब बिक्री की बात कहकर उनके व परिवार सदस्यों के साथ मारपीट की। दोनों पक्षों ने सिवाना थाने में क्रॉस मामले दर्ज करवाए गए है। भीमगोड़ा निवासी मंजूदेवी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि बुधवार शाम को करीब 4.30 बजे घर का कार्य कर रही थी। तब अचानक मदनसिंह दो अन्य हाथ में लाठियां लेकर उसके घर मे घुसे। उन्होंने उसका ओढ़ना फाड़कर मारपीट करनी शुरू कर दी। वहीं उसकी 10 वर्षीय पुत्री के पैर पर लाठी से वार कर दिया। बीच बचाव में आए उसके देवर पटाराम व विशनाराम के साथ मारपीट कर उन्हें बंदी बना दिया।वहीं फोन लगाकर आबकारी विभाग बालोतरा की टीम को मौके पर बुलाया। आबकारी टीम ने आते ही बेल्ट व लाठियों से मारपीट की। ग्रामीणों ने आकर उन्हें छुड़ाया। सिवाना पुलिस ने दोनों पक्षों के मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने इतना दुस्साहस कर दिया कि आबकारी सीआई से ही उलझ गए।