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भीलवाड़ा की महिला SDM ने पकड़ ली SHO की 'चोरी'! कौन सच्चा, कौन झूठा, तनातनी का वजह बना एक Video

राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले में एक महिला एसडीएम (mahila SDM) और वहां स्थित बीगोद थाने के इंचार्ज के बीच हुई बहस चर्चा में है। वहीं इस घटना ने प्रदेश में अवैध बजरी खनन (illegal gravel mining) के मामले को भी सवालों के घेरे में ला दिया है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 3 Aug 2022, 6:27 pm
भीलवाड़ा: राजस्थान में जहां मंत्री ब्यूरोक्रेसी (Rajasthan Bureaucracy) पर आदेश ना मानने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं भीलवाड़ा (Bhilwarta) में अब पुलिस और ब्यूरोक्रेसी के बीच हुई तनातनी से जुड़ा विवाद सामने आया है। दरअसल जिले के मांडलगढ़ उपखंड में अवैध बजरी परिवहन के मुद्दे पर प्रशिक्षु SDM नेहा छीपा और बीगोद थानाप्रभारी ठाकराराम साऊ में तकरार हो गई। प्रशिक्षु SDM नेहा छीपा ने पुलिस पर नाकेबंदी के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगा दिया। जानिए क्या है पूरा मामला
नवभारतटाइम्स.कॉम bhilwara female sdm neha chhipa and begod police station in charge thakraram dispute
भीलवाड़ा की महिला SDM ने पकड़ ली SHO की 'चोरी'! कौन सच्चा, कौन झूठा, तनातनी का वजह बना एक Video



​अवैध बजरी खनन को लेकर विवाद

दरअसल यहां बिना जांच थाने के बाहर से निकल रहे बजरी से भरे एक डंपर के मामले में महिला उपखंड मजिस्ट्रेट और बिगोद थाना अधिकारी आपस में उलझ गए। ताजा अपडेट यह है कि तनातनी के बाद पुलिस अधीक्षक ने थानाधिकारी को तो लाइन हाजिर कर दिया। मगर इस मामले में दोनों ने अपने-अपने तर्क रखकर इसे और पेचीदा बना दिया है कि क्या वास्तव में इस क्षेत्र में बजरी माफिया पनप रहा है।

​ऐसे हो गई SDM नेहा छीपा और थाना प्रभारी के बीच अनबन

दरअसल हुआ यूं कि सोमवार रात्रि को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित राजस्व मंत्री रामलाल जाट की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने के बाद महिला अधिकारी लौट रही थी। राज्य प्रशासनिक सेवा की प्रोबेशन अधिकारी और मांडलगढ़ उपखंड मजिस्ट्रेट नेहा छिपा रात्रि को 9:00 बजे लगभग भीलवाड़ा से मांडलगढ़ जा रही थी कि उन्हें बजरी से भरा डंपर जाता दिखा। वहीं बीगोद थाने के बाहर एसएचओ ठाकराराम नाकेबंदी कर रहे थे। इधर डंपर का पीछा करते हुए जब एसडीएम नेहा छीपा वहां पहुंची तो डंपर नहीं दिखा ।

​एसडीएम ने लगाया आरोप तो भड़क गए थानाधिकारी

इस पर एसडीएम ने थाना अधिकारी से पूछताछ की तो दोनों आपस में उलझ गए ।एसडीएम ने आरोप लगाया कि थाना अधिकारी ने बिना जांच के बजरी भरे डंपर को जाने दिया। इस पर थानाधिकारी भड़क गए और उन्होंने कहा कि मैंने कोई तो डंपर देखा ही नहीं तो फिर छोड़ने की बात कहां से आई।

​SDM और थानाधिकारी के विवाद में कलेक्टर - एसपी को देना पड़ा दखल

एसडीएम और थानाधिकारी में विवाद बढ़ने पर भीलवाड़ा से पुलिस उप अधीक्षक सदर रामचंद्र बीगोद पहुंचे। दोनों को समझाने की कोशिश की, मगर दोनों अपनी अपनी बात पर अड़े रहे। एसडीएम ने सारा घटनाक्रम जिला कलेक्टर आशीष मोदी को रात को ही बताया। जिला कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू से बात की और एसपी ने बीगोद थाना अधिकारी ठाकराराम को लाइन हाजिर कर दिया।

​SDM का स्टॉफ बनाने लगा वीडियो तो बरपा ज्यादा हंगामा

बताया जा रहा है कि जब थानाधिकारी और एसडीएम के बीच बहस चल रही थी । इस दौरान एसडीएम के ड्राइवर और होमगार्ड ने बीगोद थाने के हवालात के वीडियो बनाने शुरू कर दिए। इस पर भी पुलिसकर्मियों और एसडीएम के स्टाफ के बीच में विवाद हो गया। इस दौरान एसडीएम थाने का रोजनामचा और व्यवस्था देखने लगी। उन्होंने थाने के हवालात में बंद लोगों की जानकारी मांगी। स्टॉफ वीडियो बना रहा था कि थानाधिकारी ने विरोध करते हुए मोबाइल बंद करवा दिया। इस दौरान जमकर हंगामा होता रहा। (रिपोर्ट- प्रमोद तिवारी )

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