दौसा। राजस्थान मेंएक ओर कोविड-19 की दूसरी लहर ने कहर बरपा रखा है वहीं इसकी चपेट में आने वाले मरीज और उनके परिजन चिकित्सा व्यवस्था और कुप्रबंधन के चलते परेशानियों से रूबरू हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को दौसा के बांदीकुई में सामने आया। यहां एक कोरोना मरीज के शव काे अंतिम संस्कार के लिए 6 घंटे का इंतजार करना पड़ा।
दरअसल, दौसा जिले के बांदीकुई शहर के कुटी क्षेत्र की एक महिला ने कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। कोविड प्रोटोकॉल के अनुसारसुबह जब परिजनों ने कोविड मरीज की मौत की सूचना चिकित्सा विभाग और नगर पालिका प्रशासन को दी तो सुबह 9 बजे नगरपालिका की टीम पीपीई किट लेकर मौके पर पहुंची। लेकिन एंबुलेंस नहीं आई, दोपहर बाद तक परिजन पीपीई किट पहनकर एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। वहीं मृतका कोविड मरीज का शव घर में ही रखा रहा।
इतना ही नहीं जब परिजनों ने निजी एंबुलेंस चालको से संपर्क साधा तो उन्होंने शव को घर से शमशान तक ले जाने के 8 से 10 हजार रुपए तक मांगे। करीब 6 घंटे के इंतजार के बाद चिकित्सा विभाग की एंबुलेंस मौके पर पहुंची और कोविड मरीज के शव को एंबुलेंस के माध्यम से श्मशान भिजवाया गया, जहां अंतिम संस्कार किया गया। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कोरोना मरीजों की मौत के बाद समय पर एंबुलेंस क्यों नहीं पहुंच रही है। जबकि जिला प्रशासन और सरकार पर्याप्त एंबुलेंस होने का दावा कर रहा है।
दरअसल, दौसा जिले के बांदीकुई शहर के कुटी क्षेत्र की एक महिला ने कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। कोविड प्रोटोकॉल के अनुसारसुबह जब परिजनों ने कोविड मरीज की मौत की सूचना चिकित्सा विभाग और नगर पालिका प्रशासन को दी तो सुबह 9 बजे नगरपालिका की टीम पीपीई किट लेकर मौके पर पहुंची। लेकिन एंबुलेंस नहीं आई, दोपहर बाद तक परिजन पीपीई किट पहनकर एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। वहीं मृतका कोविड मरीज का शव घर में ही रखा रहा।
इतना ही नहीं जब परिजनों ने निजी एंबुलेंस चालको से संपर्क साधा तो उन्होंने शव को घर से शमशान तक ले जाने के 8 से 10 हजार रुपए तक मांगे। करीब 6 घंटे के इंतजार के बाद चिकित्सा विभाग की एंबुलेंस मौके पर पहुंची और कोविड मरीज के शव को एंबुलेंस के माध्यम से श्मशान भिजवाया गया, जहां अंतिम संस्कार किया गया। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कोरोना मरीजों की मौत के बाद समय पर एंबुलेंस क्यों नहीं पहुंच रही है। जबकि जिला प्रशासन और सरकार पर्याप्त एंबुलेंस होने का दावा कर रहा है।