धौलपुर
राजस्थान के धौलपुर जिला परिषद चुनाव के बाद शनिवार को हुए जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस की भगवानदेवी चुनी गईं। भगवान देवी को 19 मत मिले, जबकि भाजपा की पवनेश शर्मा को 4 मत पर ही संतोष करना पड़ा। जिला परिषद में 17 सदस्य कांग्रेस के थे, जबकि 6 सदस्य बीजेपी के थे। लेकिन मतदान के दौरान बीजेपी के दो मत कांग्रेस को जाने से बीजेपी में क्रॉस वोटिंग हो गई।
तीन विधायक एक मंच पर आए तो मिली जीत
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह जिले में भाजपा को चारों खाने चित कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के दखल के बाद कांग्रेस के तीनों विधायक यहां एक मंच पर आए। और भगवान देवी के नाम पर सहमति बनी। इसके बाद भगवान देवी जिला प्रमुख निर्वाचित हुई हैं।
धौलपुर में कांग्रेस ने 6 पंचायत समितियों में से चार पंचायत समिति में अपने प्रधान बना लिए हैं। जबकि एक निर्दलीय और एक बीजेपी के खाते में गई हैं। धौलपुर पंचायत समिति में कांग्रेस की सीता कुशवाह ने भाजपा की प्रियंका को 13 मतों से हराया हैं। इसी तरह सीता कुशवाह को 18 मत प्राप्त हुए, जबकि प्रियंका को 5 मत मिले और 6 सदस्य अपने मत का प्रयोग करने नहीं पहुंचे।
वहीं, राजाखेड़ा में कांग्रेस की लता कंवर उर्फ़ चारु तौमर ने बीजेपी की सुधा को 17 मतों से शिकस्त देकर लगातार दूसरी वार परधानी हासिल कर ली हैं। कांग्रेस की लता कंवर को 21 मत और बीजेपी की सुधा को 4 मत प्राप्त हुए।
बाड़ी पंचायत समिति में कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह परमार को 21 मत,जबकि भाजपा प्रत्याशी प्रियंका गुर्जर को 4 मत मिले। जिसके बाद बाड़ी में भी कांग्रेस ने लगातार दूसरी वार सीट पर कब्जा जमा लिया।
नव निर्वाचित प्रधान अजय सिंह परमार कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के बेटे हैं। बसेड़ी पंचायत समिति में कांग्रेस के अमित परमार निर्विरोध प्रधान निर्वाचित हुए हैं। तो वहीं सरमथुरा पंचायत समिति में करौली-धौलपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे संजय जाटव की मां निर्दलीय द्रोपदी देवी निर्विरोध प्रधान बनी हैं। सैपऊ पंचायत समिति में भाजपा प्रत्याशी तुलसीराम कुशवाह को 16 मत, जबकि कांग्रेस दीपचंद्र को 7 मत मिले हैं। एक मत निरस्त हो गया और तीन प्रत्याशी अपने मत का प्रयोग करने नहीं पहुंचे। सैपऊ पंचायत समिति में तुलसीराम कुशवाह ने प्रधान बन कर भाजपा की लाज को बचा लिया हैं।
राजस्थान के धौलपुर जिला परिषद चुनाव के बाद शनिवार को हुए जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस की भगवानदेवी चुनी गईं। भगवान देवी को 19 मत मिले, जबकि भाजपा की पवनेश शर्मा को 4 मत पर ही संतोष करना पड़ा। जिला परिषद में 17 सदस्य कांग्रेस के थे, जबकि 6 सदस्य बीजेपी के थे। लेकिन मतदान के दौरान बीजेपी के दो मत कांग्रेस को जाने से बीजेपी में क्रॉस वोटिंग हो गई।
तीन विधायक एक मंच पर आए तो मिली जीत
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह जिले में भाजपा को चारों खाने चित कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के दखल के बाद कांग्रेस के तीनों विधायक यहां एक मंच पर आए। और भगवान देवी के नाम पर सहमति बनी। इसके बाद भगवान देवी जिला प्रमुख निर्वाचित हुई हैं।
धौलपुर में कांग्रेस ने 6 पंचायत समितियों में से चार पंचायत समिति में अपने प्रधान बना लिए हैं। जबकि एक निर्दलीय और एक बीजेपी के खाते में गई हैं। धौलपुर पंचायत समिति में कांग्रेस की सीता कुशवाह ने भाजपा की प्रियंका को 13 मतों से हराया हैं। इसी तरह सीता कुशवाह को 18 मत प्राप्त हुए, जबकि प्रियंका को 5 मत मिले और 6 सदस्य अपने मत का प्रयोग करने नहीं पहुंचे।
वहीं, राजाखेड़ा में कांग्रेस की लता कंवर उर्फ़ चारु तौमर ने बीजेपी की सुधा को 17 मतों से शिकस्त देकर लगातार दूसरी वार परधानी हासिल कर ली हैं। कांग्रेस की लता कंवर को 21 मत और बीजेपी की सुधा को 4 मत प्राप्त हुए।
बाड़ी पंचायत समिति में कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह परमार को 21 मत,जबकि भाजपा प्रत्याशी प्रियंका गुर्जर को 4 मत मिले। जिसके बाद बाड़ी में भी कांग्रेस ने लगातार दूसरी वार सीट पर कब्जा जमा लिया।
नव निर्वाचित प्रधान अजय सिंह परमार कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के बेटे हैं। बसेड़ी पंचायत समिति में कांग्रेस के अमित परमार निर्विरोध प्रधान निर्वाचित हुए हैं। तो वहीं सरमथुरा पंचायत समिति में करौली-धौलपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे संजय जाटव की मां निर्दलीय द्रोपदी देवी निर्विरोध प्रधान बनी हैं। सैपऊ पंचायत समिति में भाजपा प्रत्याशी तुलसीराम कुशवाह को 16 मत, जबकि कांग्रेस दीपचंद्र को 7 मत मिले हैं। एक मत निरस्त हो गया और तीन प्रत्याशी अपने मत का प्रयोग करने नहीं पहुंचे। सैपऊ पंचायत समिति में तुलसीराम कुशवाह ने प्रधान बन कर भाजपा की लाज को बचा लिया हैं।