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सरकार को हर हाल में वापस लेना होगा ट्रिपल तलाक बिल: AIMPLB

सुप्रीम कोर्ट के आदेश और केंद्र सरकार द्वारा ट्रिपल तलाक के खिलाफ बिल पास करने के बाद एक बार फिर ऑल इण्डिया मुस्मिल पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्यों द्वारा इसका विरोध शुरू किया गया है...

भाषा 28 Feb 2018, 11:09 pm
जयपुर
नवभारतटाइम्स.कॉम सांकेतिक चित्र
सांकेतिक चित्र

सुप्रीम कोर्ट के आदेश और केंद्र सरकार द्वारा ट्रिपल तलाक के खिलाफ बिल पास करने के बाद एक बार फिर ऑल इण्डिया मुस्मिल पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्यों द्वारा इसका विरोध शुरू किया गया है। केंद्र सरकार के ट्रिपल तलाक बिल का विरोध करते हुए एआईएमपीएलबी के सचिव मौलाना फ़ज़लुर्रहीम मुजादीदी ने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है।

जयपुर के मुस्लिम मुसाफिर खाने में आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुजादीदी ने कहा कि अब तक मुस्लिम समाज ने सब कुछ बर्दाश्त किया, लेकिन अब शरियत के साथ दखलअंदाजी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार को ये बिल हर हाल में वापस लेना होगा। मौलाना मुजादीदी ने कहा कि आजादी से लेकर देश के सभी अहम कामों में मुसलमानों का अहम योगदान रहा है, लेकिन अब मुसलमानों की तस्वीर बदली जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में कभी गोरक्षा तो कभी लव जिहाद जैसे मुद्दों पर दहशत फैलाने का काम किया जा रहा है और लोगों में नफरत पैदा की जा रही है।

'तीन तलाक बिल शरियत के खिलाफ'
मुजादीदी के भाषण के बाद बोर्ड के सचिव मौलाना मोहम्मद महफूज़ उमरैन ने कहा कि तीन तलाक बिल शरियत के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो बिल पेश किया है वह मुस्लिम समुदाय की महिलाओं के लिए बड़ी परेशानी खड़ा कर सकता है। वहीं बोर्ड की महिला इकाई की प्रमुख असमा जो़हरा ने भी केंद्र सरकार के बिल को गलत बताते हुए इसे राज्यसभा में पेश ना करने की मांग की।

मुस्लिम महिलाओं ने निकाला मौन जुलूस
बुधवार को जयपुर में हुई इस सभा से पूर्व शहर के मुस्लिम संगठनों की महिलाओं द्वारा ट्रिपल तलाक के खिलाफ एक मौन जुलूस निकाला गया। चार दरवाजे से मुस्लिम मुसाफिरखाना तक निकाले गए इस जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं शामिल हुई। इस जुलूस के बाद मुस्लिम महिलाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने ट्रिपल तलाक बिल को वापस लेने की मांग के साथ राज्यपाल कल्याण सिंह को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा।

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