रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर कोरोना लॉकडाउन और स्वास्थ्य समस्याओं के चलते लंबे समय बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिल्ली दौरा प्रस्तावित हुआ है। गहलोत 16 अक्टूबर को दिल्ली जा सकते हैं। दिल्ली में होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अशोक गहलोत हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य नहीं है लेकिन बतौर मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री के इस दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटलकलें लगाई जा रही है। उधर, मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पायलट खेमे के विधायकों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं।
मंत्री मंडल फेरबदल और राजनैतिक नियुक्तियों पर फैसला!
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय होते ही राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं तेज हो गई हैं। दिल्ली दौरे से सरकार और संगठन में होने वाले फेरबदल का सीधा संबंध हैं। लंबे समय से प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर हाईकमान और कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका से भी इस बात की चर्चा होना निश्चित माना जा रहा है।
दिवाली से पहले हो सकता है फेरबदल
दिल्ली दौरे में गहलोत संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अजय माकन सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मिल सकते हैं। हाल ही में चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी बनाए जाने और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब का ऑब्जर्वर बनाने के बाद यह चर्चा जोरों पर होने लगी है कि अब दोनों मंत्रियों को हटाया जा सकता है। इसके अलावा संगठन में चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के कारण भी कुछ और मंत्रियों को भी हटाए जाने की चर्चा जोरों पर है। मंत्रिमंडल में फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियां और संगठन में व्यापक बदलाव दीपावली से पूर्व किए जाने की प्रबल संभावना है।
सचिन पायलट गुट और बसपा से कांग्रेस में आये विधायक लगातार कर रहे मांग
पंजाब कांग्रेस में फेरबदल के बाद अब राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में भी फेरबदल का इंतजार हो रहा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुट लंबे समय से मंत्रिमंडल फेरबदल की मांग कर रहा है। बसपा से कांग्रेस में आने वाले विधायकों के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुट के दूसरे विधायक भी मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियां करने की मांग उठाते रहते हैं।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन कई बार डेडलाइन दे चुके, लेकिन अब तक न मंत्रिमंडल फेरबदल हुआ और न ही राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर काम आगे बढ़ा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब स्वस्थ हैं और उनके दिल्ली कार्यक्रम बनने की चर्चा ने राजनीतिक हलकों में यह हलचल तेज कर दी है कि आने वाले कुछ ही समय बाद मंत्रिमंडल में बदलाव, राजनीतिक नियुक्तियां और संगठन में व्यापक बदलाव का रास्ता अब धीरे-धीरे साफ हो रहा है।
27 अगस्त 2021 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिल्ली दौरे पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उस दिन हार्ट में ब्लॉकेज आने से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। उनकी एंजियोप्लास्टी होने के कारण दौरा टल गया था।
मंत्री मंडल फेरबदल और राजनैतिक नियुक्तियों पर फैसला!
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय होते ही राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं तेज हो गई हैं। दिल्ली दौरे से सरकार और संगठन में होने वाले फेरबदल का सीधा संबंध हैं। लंबे समय से प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर हाईकमान और कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका से भी इस बात की चर्चा होना निश्चित माना जा रहा है।
दिवाली से पहले हो सकता है फेरबदल
दिल्ली दौरे में गहलोत संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अजय माकन सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मिल सकते हैं। हाल ही में चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी बनाए जाने और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब का ऑब्जर्वर बनाने के बाद यह चर्चा जोरों पर होने लगी है कि अब दोनों मंत्रियों को हटाया जा सकता है। इसके अलावा संगठन में चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के कारण भी कुछ और मंत्रियों को भी हटाए जाने की चर्चा जोरों पर है। मंत्रिमंडल में फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियां और संगठन में व्यापक बदलाव दीपावली से पूर्व किए जाने की प्रबल संभावना है।
सचिन पायलट गुट और बसपा से कांग्रेस में आये विधायक लगातार कर रहे मांग
पंजाब कांग्रेस में फेरबदल के बाद अब राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में भी फेरबदल का इंतजार हो रहा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुट लंबे समय से मंत्रिमंडल फेरबदल की मांग कर रहा है। बसपा से कांग्रेस में आने वाले विधायकों के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुट के दूसरे विधायक भी मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियां करने की मांग उठाते रहते हैं।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन कई बार डेडलाइन दे चुके, लेकिन अब तक न मंत्रिमंडल फेरबदल हुआ और न ही राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर काम आगे बढ़ा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब स्वस्थ हैं और उनके दिल्ली कार्यक्रम बनने की चर्चा ने राजनीतिक हलकों में यह हलचल तेज कर दी है कि आने वाले कुछ ही समय बाद मंत्रिमंडल में बदलाव, राजनीतिक नियुक्तियां और संगठन में व्यापक बदलाव का रास्ता अब धीरे-धीरे साफ हो रहा है।
27 अगस्त 2021 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिल्ली दौरे पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उस दिन हार्ट में ब्लॉकेज आने से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। उनकी एंजियोप्लास्टी होने के कारण दौरा टल गया था।