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लंपी वायरस के बढ़ते कहर ने राजस्थान सरकार ने लिया बड़ा फैसला , पशु मेलों के आयोजन पर लगा प्रतिबंध

Rajasthan news : गोवंश में बढते लंपी वायरस के मामले को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने पशुमेलों पर प्रतिबंधन लगा दिया है। वहीं अब वैक्सीनेशन शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 11 Aug 2022, 5:27 pm
जयपुर: राजस्थान सरकार ने लम्पी वायरस से ग्रसित मवेशियों की संख्या बढ़ने के चलते बड़ा फैसला लिया है। लंपी स्किन डिजीज प्रकोप को देखते हुए राज्य में पशु मेलों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि राज्य में लम्पी वायरस संक्रमण से अब तक 12,800 मवेशियों की मौत हो चुकी है।
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आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में इस रोग के कारण 10 अगस्त तक हुई मवेशियों की कुल मौतों में से सबसे ज्यादा 2,511 मौत गंगानगर जिले में हुई हैं। इसके बाद बाड़मेर में 1,619, जोधपुर में 1,581, बीकानेर में 1,156, जालौर में 1,150 और नागौर जिले में 1,138 मवेशियों की मौत हुई हैं। मरने वाले मवेशियों में अधिकांश गोवंश है।

सरकार का दावा - संक्रमण रोक पर पाया गया काबू
पशुपालन विभाग के सचिव पीसी किशन ने कहा, "स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकांश मौत पांच जिलों में हुई हैं और राज्य के अन्य जिलों में स्थिति नियंत्रण में है।"

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उन्होंने कहा कि सरकारी मशीनरी पूरी ताकत से जुटी है ताकि रोग को जल्द से जल्द पूरी तरह समाप्त किया जा सके। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ साथ राज्य की मुख्यसचिव उषा शर्मा भी इसको लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर चुकी हैं।

राजस्थान में जल्द शुरू होगा गोवंश का टीकाकरण इधर जानकारी मिली है कि लंपी वायरस की रोकथाम के लिए राजस्थान में अगले दो तीन दिनों में वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। दिल्ली में इस वायरस के नियंत्रण का पहला टीका लंपी प्रो लॉन्च हो चुका है। इसे सरकार खरीद कर मुफ्त में पशुओं को लगवाएगी। पशुपालकों से इसका कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि अभी वैज्ञानिकों के पास 4 लाख डोज है, जिनमें राजस्थान को एक लाख डोज मिलेगा। हरियाणा के हिसार से 2 -3 दिनों में टीके जयपुर पहुंचेंगे।

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