ऐपशहर

2 महीने में कुपोषण से 25 मौतें, 19 बच्चियां

ऐसे समय में जबकि सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को आगे बढ़ाकर लड़कियों की स्थिति व शिक्षा में बेहतरी लाने की कोशिश कर रही है, राजस्थान के 13 जिलों में पिछले 2 महीने के अंदर गंभीर कुपोषण से 25 बच्चों के मरने की खबर है। इन 25 बच्चों में से 19 लड़कियां थीं।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 29 Feb 2016, 12:56 pm
जयपुर
नवभारतटाइम्स.कॉम of 25 deaths in rajasthan 19 were girls
2 महीने में कुपोषण से 25 मौतें, 19 बच्चियां


ऐसे समय में जबकि सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को आगे बढ़ाकर लड़कियों की स्थिति व शिक्षा में बेहतरी लाने की कोशिश कर रही है, राजस्थान के 13 जिलों में पिछले 2 महीने के अंदर गंभीर कुपोषण से 25 बच्चों के मरने की खबर है। इन 25 बच्चों में से 19 लड़कियां थीं। राज्य सरकार द्वारा गंभीर कुपोषण (एसएएम) से पीड़ित बच्चों के बारे में जो आंकड़ा निकाला गया है, उसमें लड़कों की तुलना में लड़कियों को इसका शिकार होने की संभावना अधिक बताई गई है। राज्य सरकार ने दावा किया कि एसएएम ग्रसित बच्चों की मौत कुपोषण के कारण नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी अन्य कारणों से हुई है।

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 4 साल की कविता मीना के परिवार में उसकी 3 और बहनें भी हैं। विभाग ने कविता को कुपोषण का इलाज करने के लिए अपने केंद्र में भर्ती करने की काफी कोशिश की, लेकिन कविता की मां ने अपनी बेटी के इलाज में कोई दिलचस्पी नहीं ली। इन बच्चों में 18 महीने की एक बच्ची सुगना की भी मौत हुई। वह बाड़मेर जिले के धनाऊ गांव की रहने वाली थी। उसे डायरिया के अलावा कुछ और दिक्कतें भी हो गई थीं। वह गंभीर कुपोषण से पीड़ित थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुगना की मौत बुखार और निमोनिया के कारण हुई। वहीं कुछ और बच्चियों की मौत का कारण भी बुखार व अन्य स्वास्थ्य संबंधी तकलीफों को बताया गया है। मरनेवाली ज्यादातर बच्चियां भील और मेघवाल समुदाय की थीं।

इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें- Of 25 deaths in Rajasthan, 19 were girls

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग