ऐपशहर

साजिश का 'OTP कांड', सोशल मीडिया के जरिए ना'पाक' हरकत, राजस्थान से गिरफ्तारी

Rajasthan news : राजस्थान पुलिस के डायरेक्टर जनरल ऑफ इंटेलीजेंस (डीजीआई) उमेश मिश्रा के अनुसार निबाब खान (34) 2015 से पाकिस्तान की आईएसआई के लिए काम कर रहा था। उसने ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सएप पर 25 से अधिक खातों को एक्टिवेट किए। यानी उसने इंडियन अकाउंट बनाने और उसे ऑपरेट करने में पाकिस्तान की मदद की।

नवभारतटाइम्स.कॉम 2 Dec 2021, 11:16 am
जयपुर
नवभारतटाइम्स.कॉम rajasthan police arrested pak detective help isi to create indian social media account
साजिश का 'OTP कांड', सोशल मीडिया के जरिए ना'पाक' हरकत, राजस्थान से गिरफ्तारी

राजस्थान में पाकिस्तान की एक नापाक साजिश का पर्दाफाश हुआ है। राजस्थान पुलिस ने इस संबंध में चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी- इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए जासूसी करने के आरोप में एक शख्स निबाब खान को गिरफ्तार किया गया। इससे पूछताछ के बाद अब पुलिस ने हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं। राजस्थान पुलिस के डायरेक्टर जनरल ऑफ इंटेलीजेंस (डीजीआई) उमेश मिश्रा के अनुसार निबाब खान (34) 2015 से पाकिस्तान की आईएसआई के लिए काम कर रहा था। उसने ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सएप पर 25 से अधिक खातों को एक्टिवेट किए। यानी उसने इंडियन अकाउंट बनाने और उसे ऑपरेट करने में पाकिस्तान की मदद की। पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार निबाब खान और पाकिस्तान खुफिया एजेंसी की ओर से बनाए गए इंडियन सोशल अकाउंट का इस्तेमाल आईएसआई के प्रचार चलाने के लिए किया गया था।

राजस्थान के बेरोजगारों को गहलोत की बड़ी सौगात, कॉलेज व्याख्याताओं के और 1000 हजार पदों पर होगी भर्ती

सोशल मीडिया के लिए ओटीपी देने में करता था मदद
मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के लिए एक जासूसी करने वाला निबाब चांदन रोड पर मोबाइल सिम कार्ड और फोटोकॉपी बेचने वाली एक छोटी सी दुकान चलाता है। वहीं इसने इंडियन डोमेन पर सोशल मीडिया खातों को सक्रिय करने के लिए अपने आकाओं को वनटाइम पासवर्ड प्रदान करने में मदद की थी।

पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों से भी था संपर्क में
खान को राजस्थान पुलिस सीआईडी ने रविवार को केंद्रीय एजेंसियों की मदद से आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार खान नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों के संपर्क में भी था। उसे राजस्थान में भारतीय सेना से संबंधित जानकारी देने के लिए भी आईएसआई की ओर से पारिश्रमिक मिलता था।"

राजस्थान में 'नेतागिरी' पड़ेगी भारी, बीजेपी- कांग्रेस रैली के जरिए दे रही है कोरोना को दावत

2015 में गया था पाकिस्तानपुलिस ने कहा कि खान 2015 में पाकिस्तान गया था जहां वह आईएसआई एजेंटों के संपर्क में आया था। इसके बाद में उन्हें 15 दिनों के लिए खुफिया जानकारी और 10,000 रुपये की शुरुआती राशि का प्रशिक्षण दिया गया। इसी तरह बाद में उसे हवाला संचालकों के माध्यम से पैसे मिलने लगे और वह उनके निशाने पर आ गया।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग