जयपुर: राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को जोर देकर कहा कि वह पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए अपनी ही सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन जारी रखेंगे। पायलट ने कहा कि वह राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपनाए गए अपने रुख से पीछे नहीं हट रहे हैं। वह पिछली सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई के लिए ‘शालीन तरीके से अनुरोध’ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल को किए गए एक दिन के अनशन के बावजूद उक्त मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पायलट ने कहा, ‘सच बोलना, भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना कांग्रेस पार्टी के मूल्यों में शामिल हैं। इन्हीं मूल्यों का अनुपालन करते हुए मैंने 11 अप्रैल को एक दिन का उपवास रखा। आज उस घटना के दो सप्ताह बीत चुके हैं लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।’
भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की मांग पार्टी विरोधी कैसे: पायलट
पायलट ने जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘इसलिए, मैं फिर से विनम्र होकर सरकार से अनुरोध कर रहा हूं कि वह जनता से किए गए वादों को पूरा करे।’ उन्होंने कहा कि अब भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने को भी ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधि करार दिया जा रहा है। ये पार्टी विरोधी कैसे है। पायलट शहर झाड़खंड मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। पायलट ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई का स्वागत किया है, जिसने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) सेवा के कई भ्रष्ट अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।
पटवारी के यहां छापा मारने के लिए वोट नहीं मांगा था: पायलट
पायलट ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि एसीबी सक्रिय है और कई भ्रष्ट अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है, जिसका हम सभी स्वागत करते हैं। लेकिन जब पांच साल विपक्ष में रहने के बाद सत्ता में आए थे, तब हमने पटवारी के यहां छापा मारने या अधिकारी को गिरफ्तार करने के लिए वोट नही मांगा था। हमने कहा था कि हम (पूर्व मुख्यमंत्री) वसुंधरा राजे जी के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई करेंगे।’ बता दें, पायलट के एक दिन के अनशन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि एसीबी ने कई भ्रष्ट आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो देश में कहीं नहीं हुआ है।
भ्रष्टाचार की वजह से लोगों ने हमारे पक्ष में वोट किया था: पायलट
पायलट ने कहा कि लोगों ने हमारे पक्ष में मतदान किया क्योंकि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस के समक्ष भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दा था। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए बहुत कम समय बचा है और कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर हम भाजपा शासन में किए गए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएं या मैं पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाऊं और सरकार से कार्रवाई करने की मांग करूं तो मेरा मानना है कि इससे पार्टी को लाभ होगा।’
25 सितंबर जो हुआ वो पार्टी विरोधी था: पायलट
वहीं पार्टी विरोधी काम के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में 25 सितंबर को कांग्रेस पार्टी में जो हुआ, वो ठीक नहीं था। कांग्रेस की तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के आदेशों की खुली अवहेलना हुई थी। उनके आदेश को चुनौती दी गई। उस दिन जो कुछ हुआ वो तत्कालीन प्रभारी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे के सामने हुआ था। ये सारी बात पब्लिक डोमेन में है। उस दिन जो हुआ वो पार्टी विरोधी काम था।