ऐपशहर

खुशखबरी: बोरवेल से 16 घंटे बाद मासूम को जिंदा निकाला, 90 फीट गहरे बोरवेल में अटकी थी सांसें

Rajasthan News: राजस्थान के जालोर (jalore) जिले में एक 4 साल के मासूम बच्चे को आखिर 16 घंटे बाद 90 फीट गहरे बोरवेल से जिंदा बाहर निकाल (Kid rescued from well ) लिया गया। इस मासूम जिंदगी को माधाराम सुथार के देशी जुगाड़ से बचा लिया गया।

Lipi 7 May 2021, 1:19 pm

हाइलाइट्स

  • राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर क्षेत्र में गुरुवार को बोरवेल में गिरा था मासूम अनिल।
  • 90 फीट गहरे बोरवेल में गिरे मासूम की सांसे 16 घंटे तक अटकी रही।
  • रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ की तीन टीमें जुटी थी।
  • भीनमाल के मेडा निवासी माधाराम सुथार के देसी जुगाड़ से मासूम बालक को बाहर निकाला गया।
सारी खबरें हाइलाइट्स में पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें
नवभारतटाइम्स.कॉम rajasthan news live update  (62)
दिलीप डूडी
जालोर। काेरोना के कहर और इससे जूझते लोग, ऑक्सिजन की कमी आदि तमाम निराशाजनक खबरों के बीच राजस्थान से एक अच्छी खबर सामने आई है। यहां जालोर जिले के सांचौर क्षेत्र में 16 घंटे से 90 फीट गहरे बोरवेल में फंसी एक मासूम की जान बचा ली गई है। 4 साल का मासूम अनिल की तबीयत दुरुस्त बताई जा रही है। दरसअल, यहां लाछड़ी गांव में गुरुवार सवेरे करीब 10 बजे एक 90 फीट गहरे बोरवेल में मासूम अनिल खेलते-खेलते गिर गया था। इसकी सूचना के बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और उसे बचाने के लिये रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। आखिर कड़ी मशक्कत और एक देसी जुगाड़ की मदद से बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
Lockdown: राजस्थान में 10 मई से 24 मई तक लगा लॉकडाउन, पढ़ें पूरी गाइडलाइंस
पूरे दिन और देर रात अटकी रही सांसें

बोरवेल में बच्चे के गिरने की सूचना के बाद पहुंचे राहत और बचाव दलों ने जल्द ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। इस दौरान प्रशासन का पूरा लवाजमा रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तैनात रहा। एनडीआरएफ की तीन टीमें भी इस अभियान मे लगी रही। लेकिन मासूम अनिल देवासी को बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिल रही थी, ऐसे में परिजनों के साथ साथ प्रशासन की भी सांसे अटकी हुई थी।
Coronavirus List: राजस्थान में 17,532 नये कोरोना केस, 16,044 मरीज ठीक भी हुये, 161 की मौत
देसी जुगाड़ आया काम, बच्चे को निकाल गया बाहर

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आखिर 16 घंटे बाद रात 2:24 मिनट पर बोरवेल में फसे मासूम बालक को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इसके पीछे भीनमाल के मेडा निवासी माधाराम सुथार का देसी जुगाड़ काम आया। मासूम बालक को बाहर निकाला गया तो सभी के खुशी से आंसू छलक पड़े। वहीं बालक के परिजन मादाराम को दुआएं देते नहीं थक रहे हैं।
आश्रम में सत्संग के बहाने बुलाता था बाबा, बनाता था हवस का शिकार , चार महिलाओं ने किया करतूत का खुलासा
कलेक्टर नम्रता वर्षिनी, एसपी सिंह भी रात भी डटे रहे

जिला कलेक्टर नम्रता वर्षिनी, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह पूरी रात डेरा डाले बैठे रहे, जब बच्चे को बाहर निकाला तो उनके चेहरे पर जो खुशी देखने को मिल रही थी, उसका कोई मुकाबला नही था। सर्च अभियान में जुटी टीमो की हौसला अफजाई के लिये घटना के बाद से लगे सांचोर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दशरथ सिंह, dysp वीरेंद्र सिंह, थानाधिकारी प्रवीण कुमार, तहसीलदार देशलाराम परिहार, ब्लॉक सीएमओ डॉ ओपी सुथार, डॉ दीपाराम चौधरी सहित पूरी टीम लगी हुई थी। जिन्होंने लगातार खड़े रहकर रेस्क्यू टीम का हौसला बढ़ाया। वहीं इस पूरे अभियान में मासूम की जिंदगी को बचाने में लगें प्रशासन को और रेस्क्यू टीम के मनोबल को बढ़ाने के लिए भाजपा नेता दानाराम चौधरी, सीए सत्येंद्र बिश्नोई , हाडेतर सरपंच दिनेशसिंह राजपुरोहित सहित बड़ी सख्या में लोग मौजूद रहे।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग