अर्जुन अरविंद
बारां। राजस्थान में बारां जिले के छबड़ा मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट में बुधवार रात को बड़ा हादसा हुआ है। राख खाली करते समय 4 मजदूर गर्म राख की चपेट में आये हैं। तीन मजदूरों को निकाल लिया गया है। एक मजदूर दिनेश मेहता राख के अंदर दबा हुआ है। उसे निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।
छबड़ा मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट मध्यप्रदेश की बॉर्डर पर प्रदेश में स्थापित है। इसकी 250 मेगावाट की चौथी इकाई का रात 12:43 बजे ईएसपी का हॉपर डेमेज हो गया। जिसमें भरी 40 टन से ज्यादा गर्म राख भरी थी। हॉपर के टूटने से उसमे भरी राख बिखर कर फैल गई। इसकी राख की चपेट में 4 मजदूर आये। जो बुरी तरह झुलस गए।
मामला सामने आने पर तीन मजदूरों को झुलसी हालत में छबड़ा चिकित्सालय ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद तीनों मजदूरों को बारां जिला मुख्यालय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। राख में दबे मजदूर दिनेश मेहता को तलाश किया जा रहा हैं। वह अभी भी राख के ढेर में दबा हुआ है। जेसीबी मशीन से राख हटाई जा रही हैं। मजदूर रात घटना के बाद से दबा है। एसडीआरएफ, पुलिस, थर्मल पावर प्लांट प्रशासन का रेस्क्यू दल मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा हुआ है।
प्लांट के चीफ इंजीनियर अजय सक्सेना ने बताया कि दबे हुए मजदूर को निकालने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। जो तीन मजदूर झुलसे हैं उनका उपचार करवाया जा रहा है। 4 नंबर की यूनिट का हॉपर टूट कर बिखर जाने से यह हादसा हुआ है। हादसे के कारणों की जांच थर्मल पावर प्लांट प्रशासन करवाएगा। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन प्लांट में चल रहा है। प्लांट को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
बारां। राजस्थान में बारां जिले के छबड़ा मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट में बुधवार रात को बड़ा हादसा हुआ है। राख खाली करते समय 4 मजदूर गर्म राख की चपेट में आये हैं। तीन मजदूरों को निकाल लिया गया है। एक मजदूर दिनेश मेहता राख के अंदर दबा हुआ है। उसे निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।
छबड़ा मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट मध्यप्रदेश की बॉर्डर पर प्रदेश में स्थापित है। इसकी 250 मेगावाट की चौथी इकाई का रात 12:43 बजे ईएसपी का हॉपर डेमेज हो गया। जिसमें भरी 40 टन से ज्यादा गर्म राख भरी थी। हॉपर के टूटने से उसमे भरी राख बिखर कर फैल गई। इसकी राख की चपेट में 4 मजदूर आये। जो बुरी तरह झुलस गए।
मामला सामने आने पर तीन मजदूरों को झुलसी हालत में छबड़ा चिकित्सालय ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद तीनों मजदूरों को बारां जिला मुख्यालय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। राख में दबे मजदूर दिनेश मेहता को तलाश किया जा रहा हैं। वह अभी भी राख के ढेर में दबा हुआ है। जेसीबी मशीन से राख हटाई जा रही हैं। मजदूर रात घटना के बाद से दबा है। एसडीआरएफ, पुलिस, थर्मल पावर प्लांट प्रशासन का रेस्क्यू दल मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा हुआ है।
प्लांट के चीफ इंजीनियर अजय सक्सेना ने बताया कि दबे हुए मजदूर को निकालने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। जो तीन मजदूर झुलसे हैं उनका उपचार करवाया जा रहा है। 4 नंबर की यूनिट का हॉपर टूट कर बिखर जाने से यह हादसा हुआ है। हादसे के कारणों की जांच थर्मल पावर प्लांट प्रशासन करवाएगा। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन प्लांट में चल रहा है। प्लांट को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।