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कैदियों को लेकर आमने- सामने हो गए बूंदी अस्पताल और पुलिस,आखिर क्य़ा थी इसके पीछे की वजह

Bundi News : बूंदी जिला अस्पताल में दो बंदियों को भर्ती करने को लेकर मंगलवार पुलिस और हॉस्पिटल स्टाफ में जमकर तनातनी हुई।

Lipi 19 Jan 2022, 3:58 pm

हाइलाइट्स

  • बंदियों को भर्ती करने को बूंदी हॉस्पिटल ओर पुलिस में हुई तनातनी
  • बड़ी देर बाद बहसबाजी हुई खत्म
  • पुलिस के अनुसार बंदी वार्ड में ही बंदियों को किया गया भर्ती
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नवभारतटाइम्स.कॉम bundi hospital and rajasthan police came face to face with prisoners
कैदियों को लेकर आमने- सामने हो गए बूंदी अस्पताल और पुलिस,आखिर क्य़ा थी इसके पीछे की वजह
अर्जुन अरविंद, बूंदी
राजस्थान में जहां कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं इसी बीच प्रदेश के बूंदी जिले से चौंकाने वाला मामला साने आया है। यहां मंगलवार को बूंदी जिला अस्पताल में दो बंदियों को भर्ती करने को लेकर मंगलवार पुलिस और हॉस्पिटल स्टाफ में जमकर तनातनी हुई।
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15 दिनों के लिए बंदी वार्ड में आइसोलेट
मिली जानकारी के अनुसार डेढ़ घंटे की तीखी बहसबाजी के बाद बंदियों को बंदी वार्ड में ही भर्ती किया गया। दरअसल एक मामले में कोर्ट ने दो आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए थे। जेल में भेजने से पहले दोनों बंदियों की कोविड जांच करवाई गई थी।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें 15 दिनों के लिए बंदी वार्ड में आइसोलेट के निर्देश दिए थे।


सामान्य कोविड वार्ड में कैदियों को भर्ती नहीं करवाना चाह रही थी पुलिस
दोपहर को बंदी वार्ड में भर्ती करने के लिए पुलिस टीम पहुंची थी , तो वहां मौजूद अस्पताल स्टाफ ने मना कर दिया। पुलिस चाहती थी कि कैदियों को सामान्य वार्ड के बजाए बंदी वार्ड में भर्ती करवाया जाए। इस पर विवाद पैदा हो गया। पुलिस के अनुसार बंदी वार्ड में ही बंदियों और कैदियों पर पूरी नजर रखी जा सकती हैं बजाए कोई दूसरे वार्ड के।

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अस्पताल प्रशासन ने दिया यह तर्कइधर मामला बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन ने कैदियों को बंदी वार्ड में भर्ती करने की इजाजत दी। इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का तर्क है कि कोविड मैनेजमेंट की वजह से स्टाफ कम है। ऊपर बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में इसलिए भर्ती किया जा रहा था, ताकि बाकी मरीजों की एक साथ देखरेख की जा सके । नीचे बंदी वार्ड में देखरेख करने के लिए स्टाफ की कमी की वजह से मना जा रहा था किया था ।

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