उदयपुर
प्रदेश में जहां लगातार बदमाश बेखौफ होकर लूटपाट करने में लगे हुए है। वहीं प्रदेश के बॉर्डर इलाकों में तस्करी के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। राजस्थान के उदयपुर जिले की गोगुन्दा क्षेत्र से भी तस्करी का चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ है, जिसे जान पुलिस भी हैरान हो गई है। दरअसल जिले के गोगुन्दा थाना पुलिस और चाइल्ड लाइन ने संयुक्त कार्यवाई करते हुए बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। बताया जा रहा है कि इन बच्चों की मजदूरी जैसे कार्यों के लिए तस्करी की जा रही थी, जो कि कानून अपराध है।
बस में मिले 7 बाल श्रमिक
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ईसवाल गांव के पास एक निजी बस को रोका था। यहां तलाशी लेने पर बस में 7 बाल श्रमिक मिल, जिन्हें मजदूरी के लिए गुजरात ले जाया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि जब पूछताछ की गई, तो पता चला कि बच्चों को गुजरात ले जाया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई की। वहीं इस दौरान चाइल्ड लाइन ने बच्चों की काउंसलिंग की।
बच्चों को लाया गया है थाने, मामले का अनुसंधान जारी पुलिस ने बताया कि कार्रवाई के बाद सभी बच्चों को गोगुन्दा थाने में लाया गया है। पुलिस ने मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी को दी है और अग्रिम अनुसंधान शुरू कर लिया है। पता लगाया जा रहा है कि इस मामले में लिप्त लोगों का किस गिरोह के लिए काम कर रहे थे, ताकि इस मामले से जुड़े पूरे रैकेट का खुलासा हो सके। पुलिस ने बताया कि बाल तस्करी से जुड़े गिरोह से पूछताछ के अलावा बच्चों से भी उनके संबंध में जानकारी ली जा रही है। बच्चों से पूछा जा कि वो देश- प्रदेश के किन इलाकों से ताल्लुक रखते हैं। वहीं चाइड लाइन की मदद से इन बच्चों के भविष्य निर्माण को लेकर भी मंथन किया जा रहा है।
प्रदेश में जहां लगातार बदमाश बेखौफ होकर लूटपाट करने में लगे हुए है। वहीं प्रदेश के बॉर्डर इलाकों में तस्करी के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। राजस्थान के उदयपुर जिले की गोगुन्दा क्षेत्र से भी तस्करी का चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ है, जिसे जान पुलिस भी हैरान हो गई है। दरअसल जिले के गोगुन्दा थाना पुलिस और चाइल्ड लाइन ने संयुक्त कार्यवाई करते हुए बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। बताया जा रहा है कि इन बच्चों की मजदूरी जैसे कार्यों के लिए तस्करी की जा रही थी, जो कि कानून अपराध है।
बस में मिले 7 बाल श्रमिक
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ईसवाल गांव के पास एक निजी बस को रोका था। यहां तलाशी लेने पर बस में 7 बाल श्रमिक मिल, जिन्हें मजदूरी के लिए गुजरात ले जाया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि जब पूछताछ की गई, तो पता चला कि बच्चों को गुजरात ले जाया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई की। वहीं इस दौरान चाइल्ड लाइन ने बच्चों की काउंसलिंग की।
बच्चों को लाया गया है थाने, मामले का अनुसंधान जारी पुलिस ने बताया कि कार्रवाई के बाद सभी बच्चों को गोगुन्दा थाने में लाया गया है। पुलिस ने मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी को दी है और अग्रिम अनुसंधान शुरू कर लिया है। पता लगाया जा रहा है कि इस मामले में लिप्त लोगों का किस गिरोह के लिए काम कर रहे थे, ताकि इस मामले से जुड़े पूरे रैकेट का खुलासा हो सके। पुलिस ने बताया कि बाल तस्करी से जुड़े गिरोह से पूछताछ के अलावा बच्चों से भी उनके संबंध में जानकारी ली जा रही है। बच्चों से पूछा जा कि वो देश- प्रदेश के किन इलाकों से ताल्लुक रखते हैं। वहीं चाइड लाइन की मदद से इन बच्चों के भविष्य निर्माण को लेकर भी मंथन किया जा रहा है।