चेन्नै
चेन्नै के कस्टम अधिकारियों ने कहा है कि चेन्नै के बंदरगाह में स्टोर लगभग 700 टन अमोनियम नाइट्रेट को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत के बंदरगाह में रखे अमोनियम नाइट्रेट में हुए भयानक विस्फोट के बाद इस तरह की चिंताएं जताई जा रही थीं। राजनीतिक दल पट्टलि मक्कल कच्चि (पीएमके) के नेताओं ने भी इस पर सवाल उठाए हैं।
कस्टम अधिकारी ने बताया कि साल 2015 में इस विस्फोटक ग्रेड के अमोनियम नाइट्रेट को तमिलनाडु के एक इंपोर्टर से जब्त किया गया था। इसकी कीमत लगभग 1.8 करोड़ रुपये के आसपास है। इस इंपोर्टर ने इसे फर्टिलाइजर के इस्तेमाल के लिए बताया था लेकिन जांच में इसे विस्फोटक स्तर का पाया गया।
साउथ कोरिया से आया था
अधिकारियों का कहना है कि साउथ कोरिया से आयात किया गया अमोनियम नाइट्रेट का भंडार फिलहाल सुरक्षित है और इसके ई-ऑक्शन की प्रक्रिया चल रही है। नवंबर 2015 में 697 टन विस्फोटक जब्त किया गया था इसके बाद दिसंबर 2015 की बाढ़ में इसमें से 7 टन बेकार हो गया। अभी 690 टन बाकी है। इसी की नीलामी की कोशिशें की जा रही हैं।
बेरूत में 135 लोगों की मौत
इससे पहले मंगलवार को हुई घटना में बेरूत के बंदरगाह में रखे 2,750 टन विस्फोटक ग्रेड के अमोनियम नाइट्रेट में धमाका हुआ था। इसमें मीलों तक तबाही हुई, 135 लोगों की मौत हुई और 4000 से ज्यादा लोग घायल बताए गए हैं।
पीएमके ने जताई थी चिंता
इस घटना के बाद ही पीएमके के संस्थापक एस रामदॉस ने राज्य सरकार से अनुरोध किया था कि चेन्नै बंदरगाह में रखे अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित तरीके से ठिकाने लगा दिया जाए ताकि बेरूत जैसी किसी भी घटना से बचा जा सके।
चेन्नै के कस्टम अधिकारियों ने कहा है कि चेन्नै के बंदरगाह में स्टोर लगभग 700 टन अमोनियम नाइट्रेट को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत के बंदरगाह में रखे अमोनियम नाइट्रेट में हुए भयानक विस्फोट के बाद इस तरह की चिंताएं जताई जा रही थीं। राजनीतिक दल पट्टलि मक्कल कच्चि (पीएमके) के नेताओं ने भी इस पर सवाल उठाए हैं।
कस्टम अधिकारी ने बताया कि साल 2015 में इस विस्फोटक ग्रेड के अमोनियम नाइट्रेट को तमिलनाडु के एक इंपोर्टर से जब्त किया गया था। इसकी कीमत लगभग 1.8 करोड़ रुपये के आसपास है। इस इंपोर्टर ने इसे फर्टिलाइजर के इस्तेमाल के लिए बताया था लेकिन जांच में इसे विस्फोटक स्तर का पाया गया।
साउथ कोरिया से आया था
अधिकारियों का कहना है कि साउथ कोरिया से आयात किया गया अमोनियम नाइट्रेट का भंडार फिलहाल सुरक्षित है और इसके ई-ऑक्शन की प्रक्रिया चल रही है। नवंबर 2015 में 697 टन विस्फोटक जब्त किया गया था इसके बाद दिसंबर 2015 की बाढ़ में इसमें से 7 टन बेकार हो गया। अभी 690 टन बाकी है। इसी की नीलामी की कोशिशें की जा रही हैं।
बेरूत में 135 लोगों की मौत
इससे पहले मंगलवार को हुई घटना में बेरूत के बंदरगाह में रखे 2,750 टन विस्फोटक ग्रेड के अमोनियम नाइट्रेट में धमाका हुआ था। इसमें मीलों तक तबाही हुई, 135 लोगों की मौत हुई और 4000 से ज्यादा लोग घायल बताए गए हैं।
पीएमके ने जताई थी चिंता
इस घटना के बाद ही पीएमके के संस्थापक एस रामदॉस ने राज्य सरकार से अनुरोध किया था कि चेन्नै बंदरगाह में रखे अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित तरीके से ठिकाने लगा दिया जाए ताकि बेरूत जैसी किसी भी घटना से बचा जा सके।