चेन्नै
आईआईटी मद्रास ने स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पढ़ाई करने के लिए भारत आए जर्मन छात्र जैकोब लिंडेंथल को अपने देश वापस जाने के लिए कहा है। फिजिक्स से एमएससी कर रहे जैकोब ने पिछले सप्ताह नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चेन्नै में हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। अभी उनकी एक सेमेस्टर की पढ़ाई आईआईटी मद्रास में बची हुई है। उन्हें मई 2020 में वापस जाना था। आव्रजन विभाग और आईआईटी मद्रास द्वारा फैसले से अवगत कराए जाने के बाद जैकोब सोमवार शाम को अपने देश जर्मनी रवाना हो गए। बता दें कि पिछले सप्ताह चेन्नै के वल्लूवरकोट्टम में प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने एक प्लेकार्ड हाथ में लिया था। इसमें यहूदियों पर नाजियों के अत्याचार की ओर इशारा किया गया था।
प्रदर्शन के कारण भारत छोड़ने के आदेश पर जैकोब ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, 'हां, यह सही है। सभी बातें मौखिक रूप से कही गईं।' आव्रजन विभाग के सूत्रों ने बताया कि एक विदेशी नागरिक द्वारा राजनीतिक गतिविधि या विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेना, वीजा नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, 'इस तरह के उल्लंघन पर विदेशी नागरिक को उसके देश वापस भेज दिया जाता है। हमने एक जांच भी की है।'
आईआईटी मद्रास ने स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पढ़ाई करने के लिए भारत आए जर्मन छात्र जैकोब लिंडेंथल को अपने देश वापस जाने के लिए कहा है। फिजिक्स से एमएससी कर रहे जैकोब ने पिछले सप्ताह नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चेन्नै में हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। अभी उनकी एक सेमेस्टर की पढ़ाई आईआईटी मद्रास में बची हुई है। उन्हें मई 2020 में वापस जाना था।
प्रदर्शन के कारण भारत छोड़ने के आदेश पर जैकोब ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, 'हां, यह सही है। सभी बातें मौखिक रूप से कही गईं।' आव्रजन विभाग के सूत्रों ने बताया कि एक विदेशी नागरिक द्वारा राजनीतिक गतिविधि या विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेना, वीजा नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, 'इस तरह के उल्लंघन पर विदेशी नागरिक को उसके देश वापस भेज दिया जाता है। हमने एक जांच भी की है।'