चेन्नै
तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार सुबह से जारी वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है। यहां डीएमके उम्मीदवार डीएम कथिर आनंद ने एआईएडीएमके के कैंडिडेट एसी शनमुगम को महज आठ हजार वोटों के अंतर से चुनावी मुकाबले में शिकस्त दी है। बता दें कि 16वें राउंड में डीएमके उम्मीदवार आनंद एआईएडीएमके प्रत्याशी शनमुगम से काफी आगे निकल गए थे। हालांकि, इस जीत पर तमिलनाडु के मंत्री डी जयकुमार ने सवाल खड़े किए हैं। तमिलनाडु के मंत्री डी जयकुमार ने कहा, 'डीएमके ने महज 8 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। उन्होंने इस पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं। अगले चुनाव में हम जीतेंगे और फिर से सत्ता में आएंगे।' बता दें कि डीएमके उम्मीदवार डीएम कथिर आनंद को 4 लाख 85 हजार 340 वोट मिले हैं, वहीं एआईएडीएमके कैंडिडेट एसी शनमुगम को 4 लाख 77 हजार 199 वोट मिले हैं। एनटीके उम्मीदवार दीपलक्ष्मी को महज 26 हजार 995 वोट ही मिले हैं।
चुनावी मैदान में थे 28 प्रत्याशी
इस सीट पर चुनावी मैदान में 28 प्रत्याशी थे। वेल्लोर सीट में छह विधानसभा क्षेत्र- वेल्लोर, अनाईकट्टू, किलवैतिनंकुप्पम, गुडियाट्टम, वनियमवाडी और अंबूर हैं। यहां कुल 1,400 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई। 5 अगस्त को हुए चुनाव में करीब 63 पर्सेंट लोगों ने वोट डाले। एआईएडीएमके के चुनाव अभियान का नेतृत्व मुख्यमंत्री ई. के. पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने किया था। वहीं डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आनंद के अभियान का नेतृत्व किया था।
क्यों रद्द हुआ था चुनाव?
डीएमके के एक प्रत्याशी के ठिकाने से लगभग 11.5 करोड़ रुपये बरामद होने के बाद चुनाव आयोग ने यहां चुनाव रद्द कर दिया था। मतदान के दूसरे चरण में वेल्लोर में 18 अप्रैल को चुनाव होना था। चुनाव आयोग ने इस संबंध में अनुशंसा राष्ट्रपति को भेजी थी। चुनाव आयोग की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने वेल्लोर में चुनाव रद्द करने के फैसले को मंजूरी दे दी थी। जानकारी के मुताबिक, वोटरों को प्रभावित करने के लिए पैसों के दुरुपयोग के आरोप में किसी संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव रद्द होने का यह पहला मामला भी रहा।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार सुबह से जारी वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है। यहां डीएमके उम्मीदवार डीएम कथिर आनंद ने एआईएडीएमके के कैंडिडेट एसी शनमुगम को महज आठ हजार वोटों के अंतर से चुनावी मुकाबले में शिकस्त दी है। बता दें कि 16वें राउंड में डीएमके उम्मीदवार आनंद एआईएडीएमके प्रत्याशी शनमुगम से काफी आगे निकल गए थे। हालांकि, इस जीत पर तमिलनाडु के मंत्री डी जयकुमार ने सवाल खड़े किए हैं।
चुनावी मैदान में थे 28 प्रत्याशी
इस सीट पर चुनावी मैदान में 28 प्रत्याशी थे। वेल्लोर सीट में छह विधानसभा क्षेत्र- वेल्लोर, अनाईकट्टू, किलवैतिनंकुप्पम, गुडियाट्टम, वनियमवाडी और अंबूर हैं। यहां कुल 1,400 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई। 5 अगस्त को हुए चुनाव में करीब 63 पर्सेंट लोगों ने वोट डाले। एआईएडीएमके के चुनाव अभियान का नेतृत्व मुख्यमंत्री ई. के. पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने किया था। वहीं डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आनंद के अभियान का नेतृत्व किया था।
क्यों रद्द हुआ था चुनाव?
डीएमके के एक प्रत्याशी के ठिकाने से लगभग 11.5 करोड़ रुपये बरामद होने के बाद चुनाव आयोग ने यहां चुनाव रद्द कर दिया था। मतदान के दूसरे चरण में वेल्लोर में 18 अप्रैल को चुनाव होना था। चुनाव आयोग ने इस संबंध में अनुशंसा राष्ट्रपति को भेजी थी। चुनाव आयोग की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने वेल्लोर में चुनाव रद्द करने के फैसले को मंजूरी दे दी थी। जानकारी के मुताबिक, वोटरों को प्रभावित करने के लिए पैसों के दुरुपयोग के आरोप में किसी संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव रद्द होने का यह पहला मामला भी रहा।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)