हैदराबाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर भारत पूरी दुनिया की मदद करेगा। उन्होंने कहा कि भारत की वैक्सीन प्रोडक्शन और वैक्सीन डिलिवरी क्षमता पूरी दुनिया को इस संकट से बाहर निकालने के काम आएगी। हालांकि मोदी के इस बयान पर घर में ही हमले शुरू हो गए हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के इस बयान पर तंज कसा है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'सर, क्या आपकी हुकूमत 80 हजार करोड़ रुपये का इंतजाम करेगी? सर, थाली, ताली, लाइट ऑफ, 21 दिन 93,379 मौतें...पहले घर में चिराग बाद में...' ओवैसी दरअसल सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला के उस ट्वीट का जिक्र कर रहे थे जिसमें उन्होंने भारत में वैक्सीन प्रोडक्शन और डिस्ट्रिब्यूशन की चुनौतियों को लेकर चिंता जाहिर की थी।
सीरम इंस्टिट्यूट के CEO का दावा, करना होगा 80 हजार करोड़ का इंतजाम
अदार की कंपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन पर रिसर्च कर रही है और उनकी वैक्सीन ट्रायल फेज में है। अदार ने ट्वीट कर कहा था, 'क्या भारत सरकार अगले एक साल में 80 हजार करोड़ रुपये का इंतजाम कर पाएगी? क्योंकि यही वह रकम है जिससे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को वैक्सीन खरीदनी होंगी और पूरे देश में पहुंचानी होंगी। यह अगली बड़ी चुनौती है जिससे निपटने के लिए हमें तैयार होना होगा।'
पीएम मोदी ने की थी भारत के दवा उद्योग की तारीफ
इससे पहले शनिवार शाम को यूएन जनरल असेंबली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत के दवा उद्योग ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजी हैं। पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि पिछले 8-9 महीने से पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है। इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली रेस्पॉन्स कहां है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर भारत पूरी दुनिया की मदद करेगा। उन्होंने कहा कि भारत की वैक्सीन प्रोडक्शन और वैक्सीन डिलिवरी क्षमता पूरी दुनिया को इस संकट से बाहर निकालने के काम आएगी। हालांकि मोदी के इस बयान पर घर में ही हमले शुरू हो गए हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के इस बयान पर तंज कसा है।
सीरम इंस्टिट्यूट के CEO का दावा, करना होगा 80 हजार करोड़ का इंतजाम
अदार की कंपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन पर रिसर्च कर रही है और उनकी वैक्सीन ट्रायल फेज में है। अदार ने ट्वीट कर कहा था, 'क्या भारत सरकार अगले एक साल में 80 हजार करोड़ रुपये का इंतजाम कर पाएगी? क्योंकि यही वह रकम है जिससे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को वैक्सीन खरीदनी होंगी और पूरे देश में पहुंचानी होंगी। यह अगली बड़ी चुनौती है जिससे निपटने के लिए हमें तैयार होना होगा।'
पीएम मोदी ने की थी भारत के दवा उद्योग की तारीफ
इससे पहले शनिवार शाम को यूएन जनरल असेंबली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत के दवा उद्योग ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजी हैं। पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि पिछले 8-9 महीने से पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है। इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली रेस्पॉन्स कहां है?