हैदराबाद
दलित नेता और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने रोहित वेमुला को शहीद बताते हुए कहा कि वह हमेशा हमारे बीच जिंदा रहेंगे। जिग्नेश यहां हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रोहित वेमुला की दूसरी पुण्यतिथि में हिस्सा लेने आए थे लेकिन यूनिवर्सिटी और पुलिस की तरफ से बाहरी लोगों पर रोक लगाए जाने के चलते वह कैंपस में नहीं जा सके।
बता दें दलित छात्र और हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने 2016 में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बुधवार को जिग्नेश ने मादिगा आरक्षण पोराता समिति (एमआरपीएस) नेता मंदा कृष्णा मादिगा से भी चंचलगुड़ा जेल में मुलाकात की। मेवाणी ने पुलिस और सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पर अनुसूचित जाति वर्गीकरण की मांग कर रहे कृष्ण मदीगा को जेल भेजकर दलितों की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है।
जिग्नेश ने कहा कि कृष्ण मादिगा को जेल भेजना लोकतंत्र की हत्या का नमूना है। उन्होंने पुलिस और टीआरएस सरकार से एमआरपीएस नेता को रिहा करने की गुहार लगाई। बाद में जिग्नेश ने ओस्मानिया विश्वविद्यालय के कुछ प्रफेसरों के साथ उनके कैंपस में स्टूडेंट्स के साथ बातचीत की। उन्होंने बाग अम्बेर्पेट में प्रफेसर, दलित संगठनों और दलित छात्रों के साथ मीटिंग में भी हिस्सा लिया।
दलित नेता और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने रोहित वेमुला को शहीद बताते हुए कहा कि वह हमेशा हमारे बीच जिंदा रहेंगे। जिग्नेश यहां हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रोहित वेमुला की दूसरी पुण्यतिथि में हिस्सा लेने आए थे लेकिन यूनिवर्सिटी और पुलिस की तरफ से बाहरी लोगों पर रोक लगाए जाने के चलते वह कैंपस में नहीं जा सके।
बता दें दलित छात्र और हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने 2016 में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बुधवार को जिग्नेश ने मादिगा आरक्षण पोराता समिति (एमआरपीएस) नेता मंदा कृष्णा मादिगा से भी चंचलगुड़ा जेल में मुलाकात की। मेवाणी ने पुलिस और सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पर अनुसूचित जाति वर्गीकरण की मांग कर रहे कृष्ण मदीगा को जेल भेजकर दलितों की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है।
जिग्नेश ने कहा कि कृष्ण मादिगा को जेल भेजना लोकतंत्र की हत्या का नमूना है। उन्होंने पुलिस और टीआरएस सरकार से एमआरपीएस नेता को रिहा करने की गुहार लगाई। बाद में जिग्नेश ने ओस्मानिया विश्वविद्यालय के कुछ प्रफेसरों के साथ उनके कैंपस में स्टूडेंट्स के साथ बातचीत की। उन्होंने बाग अम्बेर्पेट में प्रफेसर, दलित संगठनों और दलित छात्रों के साथ मीटिंग में भी हिस्सा लिया।