हैदराबाद
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव नवंबर के अंतिम सप्ताह में तिरुमला मंदिर जाएंगे और अपनी पुरानी प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिए भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को सोने के दो नेकलेस चढ़ाएंगे। साथ ही तिरुचनारु स्थित देवी पदमावती अम्मावरु को एक सोने का नोजरिंग अर्पित करेंगे। हैदराबाद वापस आने के रास्ते में राव, विजयवाड़ा में रुकेंगे जहां वे देवी कनकदुर्गा को भी सोने की नोजरिंग अर्पित करेंगे।
आंध्र प्रदेश से तेलंगाना अलग होने के बाद यह दूसरा मौका है जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव आंध्र प्रदेश जा रहे हैं। इससे पहले वह आंध्र की राजधानी अमरावती के फाउंडेशन स्टोन रखने के समारोह के दौरान गए थे। इससे पहले चंद्रशेखर राव 15 साल पहले साल 2001 में तिरुमला गए थे जब उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी की स्थापना की थी।
राज्य सरकार के सलाहकार के वी रमन्ना चारी ने कहा, 'मुख्यमंत्री राव 24 नवंबर को ही तिरुमला और तिरुपति जाने वाले थे। लेकिन नोटबंदी की वजह से दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की वजह से मुख्यमंत्री के तिरुमला जाने के प्लैन में बदलाव करना पड़ा।'
जनवरी 2015 में ही तेलंगाना कैबिनेट की बैठक में आंध्र प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में गहने दान करने को मंजूरी मिली थी। इसके लिए 5.59 करोड़ रुपये के सोने के गहने दान करने को मंजूरी दी गई थी।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव नवंबर के अंतिम सप्ताह में तिरुमला मंदिर जाएंगे और अपनी पुरानी प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिए भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को सोने के दो नेकलेस चढ़ाएंगे। साथ ही तिरुचनारु स्थित देवी पदमावती अम्मावरु को एक सोने का नोजरिंग अर्पित करेंगे। हैदराबाद वापस आने के रास्ते में राव, विजयवाड़ा में रुकेंगे जहां वे देवी कनकदुर्गा को भी सोने की नोजरिंग अर्पित करेंगे।
आंध्र प्रदेश से तेलंगाना अलग होने के बाद यह दूसरा मौका है जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव आंध्र प्रदेश जा रहे हैं। इससे पहले वह आंध्र की राजधानी अमरावती के फाउंडेशन स्टोन रखने के समारोह के दौरान गए थे। इससे पहले चंद्रशेखर राव 15 साल पहले साल 2001 में तिरुमला गए थे जब उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी की स्थापना की थी।
राज्य सरकार के सलाहकार के वी रमन्ना चारी ने कहा, 'मुख्यमंत्री राव 24 नवंबर को ही तिरुमला और तिरुपति जाने वाले थे। लेकिन नोटबंदी की वजह से दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की वजह से मुख्यमंत्री के तिरुमला जाने के प्लैन में बदलाव करना पड़ा।'
जनवरी 2015 में ही तेलंगाना कैबिनेट की बैठक में आंध्र प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में गहने दान करने को मंजूरी मिली थी। इसके लिए 5.59 करोड़ रुपये के सोने के गहने दान करने को मंजूरी दी गई थी।