हैदराबाद, चार दिसंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के तटीय और रायलसीमा क्षेत्रों से आये लोग और मुस्लिम मतदाता ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के तहत आने वाली 24 सीटों पर उम्मीदवारों की चुनावी तकदीर तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। 2014 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने नौ सीटें जीती थीं। इन चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को सात, भाजपा को पांच तथा तेलंगाना की सत्तारूढ़ टीआरएस ने तीन सीटें जीती थीं। तब तेदेपा और भाजपा के बीच गठबंधन था। आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए एन चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ किया है। सात दिसंबर के चुनाव में तेदेपा के सभी नौ विधायक टीआरएस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। नायडू क्षेत्र में कांग्रेस नीत गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए जमकर प्रचार कर रहे हैं। गठबंधन में तेदेपा, तेलंगाना जन समिति और भाकपा भी शामिल हैं। नायडू ने जीएचएमसी के क्षेत्रों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ चुनावी सभाओं को संबोधित किया था। इस इलाके में 40 लाख से अधिक मतदाता हैं। पुराने हैदराबाद को अपना गढ़ मानने वाली एआईएमआईएम ने क्षेत्र में आठ उम्मीदवार उतारे हैं और बाकी सीटों पर टीआरएस का समर्थन कर रही है।
हैदराबाद में मुसलमानों और आंध्र से आये लोगों की हो सकती है बड़ी भूमिका
हैदराबाद, चार दिसंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के तटीय और रायलसीमा क्षेत्रों से आये लोग और मुस्लिम मतदाता ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के तहत आने वाली 24 सीटों पर उम्मीदवारों की चुनावी तकदीर तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। 2014 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने नौ सीटें जीती थीं। इन चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को सात, भाजपा को पांच तथा तेलंगाना की सत्तारूढ़ टीआरएस ने तीन सीटें जीती थीं। तब तेदेपा और भाजपा के बीच गठबंधन था। आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए एन चंद्रबाबू
भाषा 4 Dec 2018, 5:11 pm