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आंधी ने लगाया ताजमहल को 'दाग', अब संवारने की तैयारी

खूबसूरत ताज महल का दीदार करने दुनियाभर से लोग आगरा (Taj Mahal Agra) का रुख करते हैं। लेकिन लॉकडाउन (Lockdown) के बीच तेज आंधी की वजह से ताज महल को काफी क्षति पहुंची है। अब इसे जल्द दुरुस्त कराने की तैयारी है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 30 May 2020, 9:13 pm
भारत एक ओर कोरोना वायरस (Coronavirus India) की मार झेल रहा है। दूसरी तरफ तेज आंधी-पानी की वजह से ऐतिहासिक इमारतें (Historical monuments) भी महफूज नहीं हैं। आगरा में शुक्रवार देर शाम तेज आंधी आई थी। इसकी वजह से ताजमहल परिसर (Taj Mahal) में काफी नुकसान हुआ है। इस नुकसान का जायजा लेने दिल्ली से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की महानिदेशक वी विद्यावती शनिवार को आगरा पहुंचीं। उन्होंने एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद के साथ ताजमहल परिसर में भ्रमण किया और नुकसान को करीब से देखा।
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आंधी ने लगाया ताजमहल को 'दाग', अब संवारने की तैयारी

(रिपोर्ट: अनिल शर्मा)

कई चीजें हुई हैं क्षतिग्रस्त

शनिवार दोपहर बाद ताजमहल पहुंची एएसआई महानिदेशक वी. विद्यावती ने ताज के पूर्वी गेट पर नए बने फैसिलिटी सेंटर से परिसर में प्रवेश किया। यहां भी आंधी के कारण मेटल डिटेक्टर, टर्न स्टाइल गेट्स को नुकसान पहुंचा है। इसके बाद उन्होंने रॉयल गेट और सेंट्रल टैंक से होकर मुख्य गुंबद तक निरीक्षण किया।

जल्द शुरू होगा मरम्मत का काम

एएसआई महानिदेशक ने ताजमहल के मुख्य गुंबद और चमेली फर्श पर टूटी संगमरमर और लाल पत्थर की जालियों को भी देखा। ताजमहल के अंदर चारबाग में टूटे पेड़ों के लिए उन्होंने उद्यान शाखा के उद्यानविद को निर्देश दिए। संरक्षण शाखा को उन्होंने जल्द से जल्द एस्टीमेट बनाकर काम शुरू करने के लिए कहा है।

जानें, क्या-क्या हुआ नुकसान

महानिदेशक वी. विद्यावती को बताया गया कि ताजमहल में पाड़ गिरने से मुख्य मकबरे की सफेद संगमरमर की आठ और चमेली फर्श पर रेड सैंड स्टोन की तीन जालियां टूटी हैं। इस पर उन्होंने कहा कि जल्द ही ताज समेत सभी स्मारकों का एस्टीमेट बनाकर काम शुरू करा दिया जाएगा।

दो साल में तीसरी बार आंधी से नुकसान

एएसआई महानिदेशक वी. विद्यावती ने पूर्व में आई आंधी से हुए नुकसान की भी जानकारी ली। इन सबके बीच दो साल में तीसरी बार आंधी से ताजमहल को नुकसान पहुंचा है। वर्ष 2018 में एक ही महीने में दो बार पिलर और पत्थर गिरे थे। दो मई को भारी नुकसान हुआ था। इससे पहले 2018 में 11 अप्रैल और दो मई को आंधी ने नुकसान पहुंचाया था। तब आंधी की रफ्तार 132 किमी. प्रति घंटा थी।

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