188 दिन बाद खुला ताजमहल
मार्च में बंद किए जाने के 6 महीने बाद ताज के पर्यटकों के लिए सोमवार का दिन खुशियां लेकर आया। तकरीबन 188 दिन तक बंद रहने के बाद सोमवार को ताज के दरवाजे कुछ शर्तों के साथ पर्यटकों के लिए खोल दिए गए। इस दौरान जहां सीमित संख्या में पर्यटकों को ताजमहल के दीदार की इजाजत दी गई, वहीं कई नियमों का भी सख्ती से पालन किया गया।
प्रवेश के लिए मास्क की अनिवार्यता
ताजमहल में प्रवेश के वक्त लोगों के लिए मास्क पहनने को अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा लोगों के हाथ के साथ पैरों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है।
सबसे पहले चीन के नागरिक ने किया प्रवेश
ताजमहल के दोबारा खुलने पर वहां एंट्री करने वाला सबसे पहला पर्यटक एक चीनी नागरिक है। प्रेम की इस निशानी के अरसे बाद खुलने पर चीन के रहने वाले लियांग चिंग चेंग अपने आपको रोक नहीं पाए और ताजमहल का दीदार करने के लिए सबसे पहले पहुंच गए। चेंग के ताज दीदार से एक चीज साफ होती है कि सीमा पर तनाव को लेकर चीनी पर्यटकों के मन में भारत को लेकर किसी तरह की खटास नहीं है। कोरोना वायरस के उद्गम के तौर पर चीन पूरी दुनिया में बदनाम है। ऐसे माहौल में चीनी नागरिक दुनिया भर में अलग नजरिए से देखे जा रहे हैं लेकिन ताज का दीदार करने आए चेंग के साथ ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला। लोग उनके साथ काफी दोस्ताना अंदाज में रहे।
थर्मल स्कैनिंग के बाद एंट्री
ताजमहल के प्रवेश के लिए आने वाले हर पर्यटक की थर्मल स्कैनिंग कराई जा रही है। इसके बाद हाथों को सैनिटाइज कराकर सभी को प्रवेश दिया जा रहा है।
हर रोज 5000 को प्रवेश की अनुमति
ताज पर पर्यटकों की भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लंच टाइम से पहले और बाद दो शिफ्टों में 2500-2500 पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति दी गई है।
ऑनलाइन बुकिंग या क्यू आर कोड से पेमेंट
पर्यटक या तो ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकते हैं या क्यू आर कोड स्कैन करके ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। ताजमहल की ऑनलाइन टिकट दो माह पहले से बुक करवाने की सुविधा दी गई है। इसके बाद भी पहले दिन के लिए देर रात तक मात्र 160 टिकट ही बिक पाई थीं लेकिन सुबह ताजमहल खुलने के बाद चंद घंटों में ही पहली शिफ्ट के सारे टिकट बिक गए और दूसरी सहित के भी 200 टिकट बिक चुके थे।