ऐपशहर

कब्रिस्तान में मुस्लिम बन रह रहे हिंदू! बांग्लादेशियों की तलाश में एजेंसियों के रडार पर अवैध झोपड़ियां

सिकंदरा थाना क्षेत्र के आवास विकास सेक्टर 14 से 32 बांग्लादेशियों के पकड़े जाने के बाद आगरा पुलिस और जांच एजेंसियां सक्रिय हैं।

Edited byअभिषेक शुक्ला | Lipi 15 Feb 2023, 6:54 pm
आगरा: बांग्लादेशियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस और जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। शहर के अवैध रुप से बनीं झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले लोगों के सत्यापन किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार पुलिस ने 11 इलाकों को चिन्हित किया है। जांच में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निवास करने वाले लोगों के दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली है।
नवभारतटाइम्स.कॉम agra news


4 फरवरी को आगरा की सिकंदरा थाना पुलिस ने आवास विकास सेक्टर 14 से 32 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था। जिनमें 15 पुरुष, 13 महिलाएं और 4 किशोर शामिल थे। पुलिस ने इनके पास ने 35 फर्जी आधार कार्ड और एक पेन कार्ड मिला था। सभी को पुलिस ने जेल भेज दिया था। इसके बाद जांच एजेसियां आगरा की अवैध बस्तियों और झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले लोगों की पड़ताल में जुटी है। पुलिस ने 11 इलाकों को चिहिन्त किया है। जिनमें ताजगंज, सिकंदरा, एत्माद्वौला, जगदीशपुरा, रकाबगंज, हरीपर्वत, न्यू आगरा आदि शामिल हैं।

कब्रिस्तान में बसी है अवैध बस्ती
थाना नाई की मंडी स्थित पचकुईंयां कब्रिस्तान में 60 से 70 अवास बने हुए हैं। सोशल एक्टिविस्ट नरेश पारस की शिकायत पर अक्टूबर के माह में एसीएम पंचम विजय शर्मा, वक्फ बोर्ड के निरीक्षक श्यामधर गुप्ता और पुलिस की टीम जांच करने पहुंची। कब्रिस्तान में बसी बस्ती में जब जांच टीम ने लोगों के दस्तावेज चेक किए तो उनका माथा ठनक गया था। पूछताछ में लोगों ने अपने आपको मुस्लिम बताया, लेकिन जब आधार कार्ड चैक किए तो उनके नाम हिंदूओं के अंकित थे। इसकी जांच एसीएम पंचम विजय शर्मा कर रहे थे, लेकिन जांच अभी तक अधर में लटकी है।

नोटिस के बाद भी नहीं हटी बस्ती
वक्फ बोर्ड निरीक्षक श्यामधर गुप्ता का कहना है कि वक्फ बोर्ड के नियमानुसार कब्रिस्तान में केवल कब्रिस्तान कमेटी का कार्यालय बन सकता है। इसके अलावा वहां कब्र खोदने वाला रह सकता है। इसके अलावा कब्रिस्तान में पक्के निर्माण नहीं हो सकते हैं, लेकिन कब्रिस्तान में कई दर्जन पक्के आवास बने हैं। यहां एक ऐसे परिवार के रहने के बारे में भी जानकारी है कि जो कि विलासतापूर्वक तरीके से निवास करता है। वक्फ बोर्ड ने बस्ती में रहने वालों को नोटिस जारी किया था, लेकिन वहां आज भी बस्ती बसी हुई है।
लेखक के बारे में
अभिषेक शुक्ला
अभिषेक नवभारत टाइम्स में डिजिटल कंंटेंट प्रड्यूसर के पद पर कार्यरत हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद फिल्म टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से फिल्म अप्रिशिएशन का कोर्स किया। दैनिक भास्कर से पेशेवर दुनिया में एंट्री की। अभी एनबीटी के साथ पत्रकारिता में सफर जारी है। सिनेमा और राजनीति में खास दिलचस्पी है।... और पढ़ें

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग