संजय पांडेय, इलाहाबाद लगातार बढ़ रहे प्रदूषण और पर्यावरण असंतुलन के बीच एक अच्छी खबर भी है। यह खबर वन अनुसंधान संस्थान देहरादून की इंडिया स्टेट फॉरेस्ट रिपोर्ट से आयी है। जिसमें बताया गया है कि, देश में 2013-15 के बीच वन क्षेत्र में 5081 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में इसी दौरान वन क्षेत्र में 572 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
वन क्षेत्र की स्थिति और बेहतर बनाने के लिए जुलाई महीने में वन विभाग एक अभियान भी चलाने जा रहा है। इसके तहत एक दिन में 5 करोड़ पौधे रोपने की तैयारी है। जिससे वन क्षेत्र को तेजी से बढ़ाया जा सके।
FRI की रिपोर्ट के मुताबिक, संगम नगरी यानी इलाहाबाद में पिछले दो वर्षों में वन क्षेत्र बढ़कर 21 हजार हेक्टेअर हो गया है। जिले के कोरांव, मेजा और शंकरगढ़ ब्लाकों में ही अधिकांश वन क्षेत्र है। जहां स्थिति बेहतर हुई है। दो वर्ष में इन इलाकों में 21 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र बढ़ा है।
जिला वन अधिकारी इलाहाबाद मनोज खरे के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में प्रदेश में वन क्षेत्र की स्थिति सुधरने का मुख्य कारण समय-समय पर वन विभाग की ओर से चलाए गए अभियान हैं। इस वर्ष भी विभाग एक बड़ा अभियान चलाने जा रहा है। इसके तहत 15-20 जुलाई के बीच एक ही दिन में प्रदेश के 75 जिलों में 5 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे। इस अभियान की रूपरेखा जल्द ही तय कर ली जाएगी।
वन क्षेत्र की स्थिति और बेहतर बनाने के लिए जुलाई महीने में वन विभाग एक अभियान भी चलाने जा रहा है। इसके तहत एक दिन में 5 करोड़ पौधे रोपने की तैयारी है। जिससे वन क्षेत्र को तेजी से बढ़ाया जा सके।
FRI की रिपोर्ट के मुताबिक, संगम नगरी यानी इलाहाबाद में पिछले दो वर्षों में वन क्षेत्र बढ़कर 21 हजार हेक्टेअर हो गया है। जिले के कोरांव, मेजा और शंकरगढ़ ब्लाकों में ही अधिकांश वन क्षेत्र है। जहां स्थिति बेहतर हुई है। दो वर्ष में इन इलाकों में 21 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र बढ़ा है।
जिला वन अधिकारी इलाहाबाद मनोज खरे के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में प्रदेश में वन क्षेत्र की स्थिति सुधरने का मुख्य कारण समय-समय पर वन विभाग की ओर से चलाए गए अभियान हैं। इस वर्ष भी विभाग एक बड़ा अभियान चलाने जा रहा है। इसके तहत 15-20 जुलाई के बीच एक ही दिन में प्रदेश के 75 जिलों में 5 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे। इस अभियान की रूपरेखा जल्द ही तय कर ली जाएगी।