प्रयागराज
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। इस संक्रमण के चलते चीफ स्टैंडिंग काउंसिल इलाहाबाद हाईकोर्ट के विकास त्रिपाठी कोरोना वायरस के जद में आ गए। तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण प्रयागराज से लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया। विकास चंद्र त्रिपाठी पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के भतीजे थे। यह जानकारी विकास त्रिपाठी के भतीजे शिवेंद्र मिश्रा ने दी है।
27 मार्च को हुए थे संक्रमित
पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के भतीजे और चीफ स्टैंडिंग काउंसिल इलाहाबाद हाई कोर्ट विकास त्रिपाठी को 27 मार्च को खांसी जुखाम और बुखार की शिकायत थी। जब उन्होंने जांच करवाई तो रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आए। पहले इन्हें इलाज के लिए प्रयागराज के स्वरूपरानी नेहरू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर इनकी तबीयत में कुछ सुधार नहीं हुआ। उसके बाद इनको आठ अप्रैल को लखनऊ पीजीआई में रेफर कर दिया गया। जहां पर सोमवार की सुबह इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया।
पूर्व महानगर उपाध्यक्ष और पूर्व पार्षद शिवेंद्र मिश्रा ने बताया स्व. विकास त्रिपाठी 65 साल के थे और संक्रमण के चलते इन्हें पीजीआई में भर्ती कराया गया था। जहां पर इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया। स्व. विकास त्रिपाठी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति से भी जुड़े रहे थे। विकास त्रिपाठी अधिवक्ता परिषद प्रयागराज के संस्थापक सदस्य थे। आपको बता दें इनका शव लखनऊ से चलकर प्रयागराज आएगा उसके बाद यहीं पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रयागराज में कोविड-19 संक्रमण में बढ़ोतरी
प्रयागराज में कोविड-19 का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है और यहां पर हर दिन 1000 से ऊपर नए मरीज सामने आ रहे हैं। हालांकि, प्रयागराज में नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। लेकिन फिर भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस जगह-जगह लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक कर रही है और मास्क ना पहनने वालों के खिलाफ चालान भी काट रही है। कोविड-19 के संक्रमण के जद में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह गौड़ और उनकी पत्नी शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेई के अलावा और कई गणमान्य व्यक्ति है। जिनका इलाज लखनऊ में चल रहा है। इसके अलावा प्रयागराज के पूर्व सांसद श्यामाचरण गुप्ता वरिष्ठ डॉक्टर मिलन मुखर्जी, और पुराने नेता का संक्रमण के चलते देहांत हो चुका है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। इस संक्रमण के चलते चीफ स्टैंडिंग काउंसिल इलाहाबाद हाईकोर्ट के विकास त्रिपाठी कोरोना वायरस के जद में आ गए। तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण प्रयागराज से लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया। विकास चंद्र त्रिपाठी पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के भतीजे थे। यह जानकारी विकास त्रिपाठी के भतीजे शिवेंद्र मिश्रा ने दी है।
27 मार्च को हुए थे संक्रमित
पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के भतीजे और चीफ स्टैंडिंग काउंसिल इलाहाबाद हाई कोर्ट विकास त्रिपाठी को 27 मार्च को खांसी जुखाम और बुखार की शिकायत थी। जब उन्होंने जांच करवाई तो रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आए। पहले इन्हें इलाज के लिए प्रयागराज के स्वरूपरानी नेहरू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर इनकी तबीयत में कुछ सुधार नहीं हुआ। उसके बाद इनको आठ अप्रैल को लखनऊ पीजीआई में रेफर कर दिया गया। जहां पर सोमवार की सुबह इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया।
पूर्व महानगर उपाध्यक्ष और पूर्व पार्षद शिवेंद्र मिश्रा ने बताया स्व. विकास त्रिपाठी 65 साल के थे और संक्रमण के चलते इन्हें पीजीआई में भर्ती कराया गया था। जहां पर इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया। स्व. विकास त्रिपाठी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति से भी जुड़े रहे थे। विकास त्रिपाठी अधिवक्ता परिषद प्रयागराज के संस्थापक सदस्य थे। आपको बता दें इनका शव लखनऊ से चलकर प्रयागराज आएगा उसके बाद यहीं पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रयागराज में कोविड-19 संक्रमण में बढ़ोतरी
प्रयागराज में कोविड-19 का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है और यहां पर हर दिन 1000 से ऊपर नए मरीज सामने आ रहे हैं। हालांकि, प्रयागराज में नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। लेकिन फिर भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस जगह-जगह लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक कर रही है और मास्क ना पहनने वालों के खिलाफ चालान भी काट रही है। कोविड-19 के संक्रमण के जद में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह गौड़ और उनकी पत्नी शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेई के अलावा और कई गणमान्य व्यक्ति है। जिनका इलाज लखनऊ में चल रहा है। इसके अलावा प्रयागराज के पूर्व सांसद श्यामाचरण गुप्ता वरिष्ठ डॉक्टर मिलन मुखर्जी, और पुराने नेता का संक्रमण के चलते देहांत हो चुका है।