प्रयागराज
एक तरफ जहां देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन जनसेवा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है तो वहीं, विपक्षी पार्टियां एसपी और कांग्रेस उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बेरोजगारी के मुद्दे पर अपने-अपने ढंग से प्रदर्शन कर रही हैं। योगी सरकार के सरकारी नौकरी में 5 साल संविदा प्रस्ताव का जमकर विरोध किया जा रहा है। गुरुवार को प्रयागराज में इस प्रस्ताव के विरोध में छात्र और युवा सड़कों पर उतर आए। इस दौरान झड़प के बाद पुलिस ने लाठियां भांजकर प्रदर्शन करने वालों को खदेड़ा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकने के साथ कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। प्रयागराज के बालसन चौराहे पर सरकारी नौकरियों में संविदा नियुक्ति के प्रस्ताव का विरोध कर रहे प्रतियोगी छात्रों पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। इस दौरान कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
क्या है योगी सरकार का प्रस्ताव जिस पर बरपा है हंगामा
योगी सरकार जिस नए प्रस्ताव पर विचार कर रही है, उसमें सरकारी नौकरी के पहले पांच साल कर्मचारियों को संविदा पर नियुक्त करने का प्रावधान है। प्रदेश सरकार का कहना है कि पहले पांच वर्ष नए नियुक्त कर्मचारी संविदा के आधार पर काम करेंगे और हर 6 महीने में उनका असेसमेंट किया जाएगा। इस असेसमेंट में एक परीक्षा भी कराई जा सकती है, जिसमें न्यूनतम 60 फीसदी अंक पाना जरूरी होगा। 60 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले लोग सेवाओं से बाहर कर दिए जाएंगे।
नहीं मिलेगा कोई अतिरिक्त लाभ
नए प्रस्ताव के अनुसार, संविदा की पांच वर्षों की नियुक्ति के दौरान कर्मचारियों को किसी भी तरह का सर्विस बेनिफिट नहीं मिलेगा। सरकार का तर्क है कि नई व्यवस्था के होने से शासन पर वेतन का बोझ कम होगा और कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ेगी। इसके अलावा गवर्नेंस और मजबूत होगा, जिसका लाभ आम लोगों को होगा।
यूपी में सरकारी नौकरी होगी और कठिन! शुरू हुआ विरोध
प्रियंका ने बोला हमला
वहीं कांग्रेस ने भी योगी सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि '5 साल संविदा कानून एक काला कानून है। युवाओं की भर्तियों पर ताला लगाना अन्याय है। इस अन्याय के खिलाफ युवा अपना हक मांगने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं तो उनकी बात सुननी चाहिए। आपकी लाठी इस युवा ललकार को दबा नहीं सकती।'
अखिलेश बोले- सत्ता के बचे चार दिन
दूसरी तरफ, एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी ट्वीट के जरिए योगी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने लिखा, 'जब जवान भी खिलाफ, किसान भी खिलाफ। तब समझो दंभी सत्ता के दिन अब बचे हैं चार। इससे पहले अखिलेश यादव ने बीते बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सत्ता में वापसी होती है तो वह सबसे पहले संविदा प्रस्ताव को वापस लेंगे।
जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन
प्रयागराज के कई इलाकों में विभिन्न पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को बेरोजगार दिवस के रूप में मना रहे हैं। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कहा कि सरकार का विरोध करने नहीं उतरे हैं, बल्कि सरकार की नीतियों का विरोध करने इकट्ठा हुए हैं। सरकार पहले ही रोजगार के मुद्दे पर खेल रही और अब संविदा जैसा काला कानून युवाओं पर थोपने का प्रयास कर रही है, जिसको लेकर आज प्रयागराज में युवा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर जगह-जगह पर प्रदर्शन किया।
एक तरफ जहां देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन जनसेवा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है तो वहीं, विपक्षी पार्टियां एसपी और कांग्रेस उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बेरोजगारी के मुद्दे पर अपने-अपने ढंग से प्रदर्शन कर रही हैं। योगी सरकार के सरकारी नौकरी में 5 साल संविदा प्रस्ताव का जमकर विरोध किया जा रहा है। गुरुवार को प्रयागराज में इस प्रस्ताव के विरोध में छात्र और युवा सड़कों पर उतर आए। इस दौरान झड़प के बाद पुलिस ने लाठियां भांजकर प्रदर्शन करने वालों को खदेड़ा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकने के साथ कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की।
क्या है योगी सरकार का प्रस्ताव जिस पर बरपा है हंगामा
योगी सरकार जिस नए प्रस्ताव पर विचार कर रही है, उसमें सरकारी नौकरी के पहले पांच साल कर्मचारियों को संविदा पर नियुक्त करने का प्रावधान है। प्रदेश सरकार का कहना है कि पहले पांच वर्ष नए नियुक्त कर्मचारी संविदा के आधार पर काम करेंगे और हर 6 महीने में उनका असेसमेंट किया जाएगा। इस असेसमेंट में एक परीक्षा भी कराई जा सकती है, जिसमें न्यूनतम 60 फीसदी अंक पाना जरूरी होगा। 60 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले लोग सेवाओं से बाहर कर दिए जाएंगे।
नहीं मिलेगा कोई अतिरिक्त लाभ
नए प्रस्ताव के अनुसार, संविदा की पांच वर्षों की नियुक्ति के दौरान कर्मचारियों को किसी भी तरह का सर्विस बेनिफिट नहीं मिलेगा। सरकार का तर्क है कि नई व्यवस्था के होने से शासन पर वेतन का बोझ कम होगा और कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ेगी। इसके अलावा गवर्नेंस और मजबूत होगा, जिसका लाभ आम लोगों को होगा।
यूपी में सरकारी नौकरी होगी और कठिन! शुरू हुआ विरोध
प्रियंका ने बोला हमला
वहीं कांग्रेस ने भी योगी सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि '5 साल संविदा कानून एक काला कानून है। युवाओं की भर्तियों पर ताला लगाना अन्याय है। इस अन्याय के खिलाफ युवा अपना हक मांगने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं तो उनकी बात सुननी चाहिए। आपकी लाठी इस युवा ललकार को दबा नहीं सकती।'
अखिलेश बोले- सत्ता के बचे चार दिन
दूसरी तरफ, एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी ट्वीट के जरिए योगी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने लिखा, 'जब जवान भी खिलाफ, किसान भी खिलाफ। तब समझो दंभी सत्ता के दिन अब बचे हैं चार। इससे पहले अखिलेश यादव ने बीते बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सत्ता में वापसी होती है तो वह सबसे पहले संविदा प्रस्ताव को वापस लेंगे।
जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन
प्रयागराज के कई इलाकों में विभिन्न पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को बेरोजगार दिवस के रूप में मना रहे हैं। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कहा कि सरकार का विरोध करने नहीं उतरे हैं, बल्कि सरकार की नीतियों का विरोध करने इकट्ठा हुए हैं। सरकार पहले ही रोजगार के मुद्दे पर खेल रही और अब संविदा जैसा काला कानून युवाओं पर थोपने का प्रयास कर रही है, जिसको लेकर आज प्रयागराज में युवा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर जगह-जगह पर प्रदर्शन किया।