इलाहाबाद
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले के एक गांव में शनिवार को नहर में पानी और इलाके में बिजली न आने से नाराज दो किसान मोबाइल टावर पर चढ़ गए और कूदने की धमकी देने लगे। कोरांव इलाके के लखनपुर गांव के किसानों के टावर पर चढ़ने की जानकारी मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। प्रशासनिक, पुलिस और दूसरे संबंधित विभागों के अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए। करीब पांच घंटे तक मान-मनौव्वल के बाद किसान नीचे उतरे।
लखनपुर में लघुडाल नहर कैनाल स्थापित है। इसके लिए चार मशीनें लगाई गई हैं। मशीनों को चलाने के लिए पास ही एक विद्युत उपकेंद्र स्थापित है, जिसमें दो ट्रांसफॉर्मर लगे हैं। इसी उपकेंद्र से आसपास के गांवों में भी बिजली की आपूर्ति भी होती है। ग्रामीणों के अनुसार एक ट्रांसफॉर्मर करीब दो साल पहले जल गया था, जबकि दूसरा पांच दिन पहले जल गया था।
दो ट्रांसफॉर्मर से इलाके में न तो बिजली की आपूर्ति हो रही थी और ना ही खेतों को पानी मिल पा रहा था। जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही थी। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तब शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे गाढ़ा गांव के रहने वाले मंगलेश और शारदा, नहर के पास स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गए और कूदने की धमकी देने लगे।
दोनों को ग्रामीणों ने काफी समझाया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में तहसीलदार के साथ ही पुलिस, बिजली विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के काफी मान-मनौव्वल के बाद शाम करीब पांच बजे दोनों किसान टावर से नीचे उतरे।
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले के एक गांव में शनिवार को नहर में पानी और इलाके में बिजली न आने से नाराज दो किसान मोबाइल टावर पर चढ़ गए और कूदने की धमकी देने लगे। कोरांव इलाके के लखनपुर गांव के किसानों के टावर पर चढ़ने की जानकारी मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। प्रशासनिक, पुलिस और दूसरे संबंधित विभागों के अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए। करीब पांच घंटे तक मान-मनौव्वल के बाद किसान नीचे उतरे।
लखनपुर में लघुडाल नहर कैनाल स्थापित है। इसके लिए चार मशीनें लगाई गई हैं। मशीनों को चलाने के लिए पास ही एक विद्युत उपकेंद्र स्थापित है, जिसमें दो ट्रांसफॉर्मर लगे हैं। इसी उपकेंद्र से आसपास के गांवों में भी बिजली की आपूर्ति भी होती है। ग्रामीणों के अनुसार एक ट्रांसफॉर्मर करीब दो साल पहले जल गया था, जबकि दूसरा पांच दिन पहले जल गया था।
दो ट्रांसफॉर्मर से इलाके में न तो बिजली की आपूर्ति हो रही थी और ना ही खेतों को पानी मिल पा रहा था। जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही थी। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तब शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे गाढ़ा गांव के रहने वाले मंगलेश और शारदा, नहर के पास स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गए और कूदने की धमकी देने लगे।
दोनों को ग्रामीणों ने काफी समझाया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में तहसीलदार के साथ ही पुलिस, बिजली विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के काफी मान-मनौव्वल के बाद शाम करीब पांच बजे दोनों किसान टावर से नीचे उतरे।