प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में यूपी बोर्ड की मेधावी छात्रा पर एसएचओ ने छेड़खानी की धारा लगाकर एफआईआर दर्ज किया है। रिपोर्ट में छात्रा की मां और उसके पिता भी आरोपी हैं। मामला एडीजी जोन प्रेम प्रकाश के सामने आया तो उन्होंने एसपी और एसचओ दोनों को तलब किया। दोनों की दलील सुनने के बाद एडीजी ने एसपी को निर्देश दिया कि वह एसएचओ को तत्काल निलंबित करें। मामला पुराने लेन-देन का है, जिसमें पीड़ित का किसी शख्स से विवाद चल रहा था। दुश्मनी निकालने के लिए उसके पूरे परिवार के खिलाफ छेड़खानी की धारा में केस दर्ज कराया गया है।
दरअसल, एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश की जनसुनवाई चल रही थी। इस दौरान श्रीनगर थाने के ननौरा गांव के रहने वाले राकेश पटेरिया अपनी फरियाद लेकर आए। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके सहित उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ धारा 354, 323, 504 और 506 के तहत केस दर्ज कराया है, जो फर्जी है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी यूपी बोर्ड की परीक्षा में जिले में तीसरे नंबर पर आई थी लेकिन उसके खिलाफ भी केस दर्ज करा दिया है। उन्होंने बताया कि आरोप लगाने वाले लोग चरखारी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और वे वहां कभी गए ही नहीं।
राकेश पटेरिया ने बताया कि आरोप लगाने वाले लोगों की किसी और से दुश्मनी है लेकिन उन्होंने इनके परिवार के खिलाफ मुकदमा लिखवा दिया है। पटेरिया से पूरा मामला सुनने के बाद एडीजी ने महोबा के एसपी को फोन लगाया और एसऔर पूरे मामले की जानकारी दी। एडीजी ने कहा कि मैंने पूरा कंटेंट देखा है और यह साफ लग रहा है कि एफआईआर फर्जी है। इस दौरान उन्होंने एसपी और एसओ दोनों को एक साथ फोन लाइन पर लिया। एसओ से एडीजी ने जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि मामला लेन-देन का है। 2017 में राकेश पटेरिया का किसी पर 2 लाख 65 हजार रुपये का बकाया था। इस पर पंचायत भी हुई थी और पटेरिया ने यह बात कबूल भी की थी लेकिन पैसा वापस नहीं दिया।
एसओ ने आगे बताया कि उन पर आरोप है कि वसूली के दौरान उन्होंने मुकदमा लिखवाने वाले के साथ छेड़खानी की। उन्होंने साफ किया कि केस सिर्फ राकेश पटेरिया के खिलाफ है। इस पर एडीजी ने उन्हें बताया कि एफआईआर में तो पटेरिया, उनकी पत्नी और बेटी का नाम भी शामिल है। उन्होंने एसओ से सवाल किया कि पटेरिया की लड़की मेधावी छात्रा है। आपने उसको मुलजिम बना दिया। लड़की करेगी 354 (छेड़खानी)। उन्होंने एसओ को एसपी के सामने रिपोर्ट के साथ पेश होने का आदेश दिया।
इस दौरान एसपी को निर्देश देते हुए एडीजी ने एसओ के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया। एडीजी ने कहा कि ये (एसओ) बदमाश हैं। इन्होंने रुपये-पैसे दिलाने का ठेका लिया हुआ। इसको बुलाइए और सस्पेंड कीजिए। मजाक बना दिया है इन लोगों ने पुलिस का। किसी के खिलाफ कुछ भी लिख देंगे।
दरअसल, एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश की जनसुनवाई चल रही थी। इस दौरान श्रीनगर थाने के ननौरा गांव के रहने वाले राकेश पटेरिया अपनी फरियाद लेकर आए। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके सहित उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ धारा 354, 323, 504 और 506 के तहत केस दर्ज कराया है, जो फर्जी है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी यूपी बोर्ड की परीक्षा में जिले में तीसरे नंबर पर आई थी लेकिन उसके खिलाफ भी केस दर्ज करा दिया है। उन्होंने बताया कि आरोप लगाने वाले लोग चरखारी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और वे वहां कभी गए ही नहीं।
राकेश पटेरिया ने बताया कि आरोप लगाने वाले लोगों की किसी और से दुश्मनी है लेकिन उन्होंने इनके परिवार के खिलाफ मुकदमा लिखवा दिया है। पटेरिया से पूरा मामला सुनने के बाद एडीजी ने महोबा के एसपी को फोन लगाया और एसऔर पूरे मामले की जानकारी दी। एडीजी ने कहा कि मैंने पूरा कंटेंट देखा है और यह साफ लग रहा है कि एफआईआर फर्जी है। इस दौरान उन्होंने एसपी और एसओ दोनों को एक साथ फोन लाइन पर लिया। एसओ से एडीजी ने जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि मामला लेन-देन का है। 2017 में राकेश पटेरिया का किसी पर 2 लाख 65 हजार रुपये का बकाया था। इस पर पंचायत भी हुई थी और पटेरिया ने यह बात कबूल भी की थी लेकिन पैसा वापस नहीं दिया।
एसओ ने आगे बताया कि उन पर आरोप है कि वसूली के दौरान उन्होंने मुकदमा लिखवाने वाले के साथ छेड़खानी की। उन्होंने साफ किया कि केस सिर्फ राकेश पटेरिया के खिलाफ है। इस पर एडीजी ने उन्हें बताया कि एफआईआर में तो पटेरिया, उनकी पत्नी और बेटी का नाम भी शामिल है। उन्होंने एसओ से सवाल किया कि पटेरिया की लड़की मेधावी छात्रा है। आपने उसको मुलजिम बना दिया। लड़की करेगी 354 (छेड़खानी)। उन्होंने एसओ को एसपी के सामने रिपोर्ट के साथ पेश होने का आदेश दिया।
इस दौरान एसपी को निर्देश देते हुए एडीजी ने एसओ के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया। एडीजी ने कहा कि ये (एसओ) बदमाश हैं। इन्होंने रुपये-पैसे दिलाने का ठेका लिया हुआ। इसको बुलाइए और सस्पेंड कीजिए। मजाक बना दिया है इन लोगों ने पुलिस का। किसी के खिलाफ कुछ भी लिख देंगे।