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फूलपुर लोकसभा उपचुनाव: कमल खिलने की आस, दांव पर साख

फूलपुर सीट पर अब बीजेपी के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति हो गई है। डेप्‍युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से खाली इस सीट पर बीजेपी हर हाल में बड़ी जीत दर्ज करना चाहती है जिससे 2019 के लिए एक बड़ा संदेश दिया जा सके। इसकी दो खास वजहें हैं। कांग्रेस ने वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को इलाहाबाद को केन्द्र में रखकर लड़ने का ऐलान किया है और एसपी-बीएसपी ने तालमेल कर भविष्य के लिए एक बड़ा संदेश दे दिया है।

संजय पांडे | नवभारत टाइम्स 10 Mar 2018, 9:30 am
इलाहाबाद
नवभारतटाइम्स.कॉम फूलपुर की एक रैली में बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता
फूलपुर की एक रैली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता

फूलपुर सीट पर अब बीजेपी के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति हो गई है। डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से खाली इस सीट पर बीजेपी हर हाल में बड़ी जीत दर्ज करना चाहती है जिससे 2019 के लिए एक बड़ा संदेश दिया जा सके। इसकी दो खास वजहें हैं। कांग्रेस ने वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को इलाहाबाद को केन्द्र में रखकर लड़ने का ऐलान किया है और एसपी-बीएसपी ने तालमेल कर भविष्य के लिए एक बड़ा संदेश दे दिया है।

हालांकि बाहुबली अतीक अहमद के मैदान में आने से इस सीट पर मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण का खतरा भी दिख रहा है। शुक्रवार को प्रचार के अंतिम दिन तीनों ही दलों के बड़े नेता इलाहाबाद पहुंचे और प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इस दौरान सबने एक-दूसरे पर आरोप भी लगाए और यह संदेश देने की कोशिश की कि, जीत उनकी ही होगी।

फूलपुर उपचुनाव के लिए प्रचार शुरू होने के बाद से बीजेपी ने करीब दो सौ सभाएं की हैं। इनमें 5 सभाएं तो सिर्फ सीएम योगी आदित्यनाथ ने कीं, जबकि इस सीट से पूर्व सांसद और अब डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने करीब 100 सभाएं की हैं। वह लगातार इलाहाबाद में बने रहे। बीजेपी के लिए सिद्धार्थनाथ सिंह, महेन्द्र नाथ पांडेय समेत कई दिग्गजों ने सभाएं और जनसंपर्क किया।

एसपी की बात करें तो इसके प्रत्याशी नागेन्द्र पटेल के नामांकन के दिन से ही प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम लगातार इलाहाबाद में बने रहे। बीएसपी से समर्थन मिलने के बाद तो एसपी के नेताओं में जैसे और जान आ गई। शुक्रवार को खुद एसपी प्रमुख अखिलेश यादव इस सीट पर रोड शो और जनसभा करने पहुंच गए। अखिलेश ने करीब 40 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। इसमें भीड़ दिखी। हालांकि कार्यकर्ताओं के बर्ताव से लोगों में नाराजगी भी नजर आई।

एसपी-बीएसपी के तालमेल से बनी 'बहुजन समाजवादी पार्टी' : केशव
शुक्रवार को केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'अखिलेश जी अपने पुराने मित्र कांग्रेस और हाथी के साथ-साथ अतीक अहमद को भी साइकल पर बिठा लें, तब भी मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि फूलपुर की जनता भारतीय जनता पार्टी के साथ है। इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की ही जीत होगी।'

केशव ने कहा, 'एसपी-बीएसपी की जोड़ी बेमेल है। मायावती जी कहती थीं कि चढ़ गुंडों की छाती पर मुहर लगाओ हाथी पर। अब इस नारे का क्या हुआ जो उन्होंने 2017 में दिया था। आज वे गुंडे शरीफ हो गए क्या।' उन्होंने कहा कि मायावती ने जो प्रमाणपत्र दिया है, उसके पीछे कौन सी विवशता है। बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को एक नया नाम देते हुए उन्होंने इसे बहुजन समाजवादी पार्टी बताया।
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संजय पांडे

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