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मुगलसराय स्टेशन के नए नाम पर बंटी राय, शास्त्री के नाम पर रखे जाने की उठ रही मांग

मंगलवार को योगी सरकार की कैबिनेट ने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का फैसला किया था, लेकिन बुधवार को कुछ लोगों ने इस नाम पर आपत्ति जताई और स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर रखे जाने की मांग की।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 8 Jun 2017, 8:52 am
मुगलसराय
नवभारतटाइम्स.कॉम mugalsarai

दीनदयाल उपाध्याय या लाल बहादुर शास्त्री? वाराणसी के पास स्थित मुगलसराय स्टेशन का नया नाम इन दो खास नामों के बीच अटक गया है। मंगलवार को योगी सरकार की कैबिनेट ने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का फैसला किया था, लेकिन बुधवार को कुछ लोगों ने इस नाम पर आपत्ति जताई और स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर रखे जाने की मांग की।

1968 में आरएसएस-बीजेपी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का शव मुगलसराय स्टेशन पर संदिग्ध हालत में पाया गया था, वहीं यह शहर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मस्थल है। आरएसएस और संघ परिवार से जुड़े अन्य संगठन दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर ही मुगलसराय स्टेशन का नाम चाहते हैं, जबकि दूसरा ग्रुप पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर रखे जाने के पक्ष में है।

बुधवार को मुगलसराय के शास्त्री पार्क में शहर के कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष रामजी गुप्ता और शास्त्री जन्मस्थली सेवा न्यास के संयोजक कृष्ण गुप्ता की अगुवाई में लोग इकट्ठा हुए। ये लोग योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लोगों ने मुख्यमंत्री योगी का पुतला फूंकने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से उनकी योजना को नाकाम हो गई।

रामजी ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बारे में जानकारी दे दी गई है और वह तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक यूपी कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष वहां नहीं पहुंच जाते।

सोमवार को मुगलसराय निगम बोर्ड के विशेष सत्र में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और इंडिपेंडेंट पार्षदों ने मुगलसराय का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय नगर किए जाने के प्रस्ताव पर विरोध जताया था। कई संगठन वर्षों से मुगलसराय में शास्त्री स्मारक की मांग कर रहे हैं, जबकि आरएसएस और संघ से जुड़े अन्य संगठन 1970 से मुगलसराय को दीनदयाल उपाध्याय नगर के रूप में संदर्भित कर हे हैं। यब बात उनके रिकॉर्ड और दस्तावेज बताते हैं।

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