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पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ0 अयूब की गिरफ्तारी पर रोक

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर मोहम्मद अयूब की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। डॉक्टर अयूब के खिलाफ मुजफ्फरनगर की नगर कोतवाली में विभिन्न संप्रदायों में अपने वक्तव्य के जरिए वैमनस्य फैलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है।

संजय पांडे | नवभारत टाइम्स 11 Aug 2017, 6:40 pm
इलाहाबाद
नवभारतटाइम्स.कॉम Ayub
डॉ0 अयूब

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर मोहम्मद अयूब की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। डॉक्टर अयूब के खिलाफ मुजफ्फरनगर की नगर कोतवाली में विभिन्न संप्रदायों में अपने वक्तव्य के जरिए वैमनस्य फैलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है।

डॉक्टर अयूब की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश जस्टिस शशिकांत गुप्ता और जस्टिस प्रभात चंद्र त्रिपाठी की खंडपीठ ने दिया है। कोर्ट ने इस मामले में सरकार से चार सप्ताह में जवाब मांगते हुए याचिका को सुनवाई के लिए छह सप्ताह बाद लिस्ट करने को कहा है।

डॉक्टर अयूब पर एक समाचार पत्र में छपे लेख के आधार पर कोतवाली इलाके में एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। जिसमें उन्होंने दलितों और अल्पसंख्यकों के बीच एकता की बात कही थी। इसमें कहा गया कि, इस लेख से समाज में वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की गयी और यह शांति के लिए घातक था।

डॉक्टर अयूब के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए, 505(2), 171 एच और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 और 127ए के तहत मामला दर्ज कराया गया था। याची की तरफ से कहा गया है कि, लेख से दर्ज एफआईआर में शामिल किसी भी धारा का कोई लेना-देना नहीं है। इससे ऐसा कोई अपराध नहीं हुआ है जिनका जिक्र इन धाराओं में है।

यही नहीं, लेख से समाज में किसी प्रकार की वैमनस्यता भी नहीं फैली न ही ऐसा कोई प्रयास हुआ। बल्कि, इससे समाज में एकता का प्रयास किया गया। एफआईआर पूरी तरह राजनैतिक कारणों से दर्ज करायी गयी है। याचिका के जरिए दर्ज एफआईआर को रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की गई है।
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संजय पांडे

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