अयोध्या
सुप्रीम कोर्ट में मंदिर-मस्जिद भूमि विवाद की सुनवाई अंतिम दौर में है, और इधर अयोध्या में विवादित स्थल पर श्रीराम का भव्य मंदिर बने इसके लिए हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमहंत प्रेमदास की अध्यक्षता में अनवरत हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हो गया।
कार्यक्रम के आयोजक राम जन्मभूमि मामले में पक्षकार व निर्वाणी अनी अखाड़े के श्री महंत धर्मदास ने बताया रामजी के कार्य के लिए हनुमानजी नियुक्त हैं। इसलिए जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता तब तक हनुमान चालीसा का पाठ उन्हें सुनाया जाएगा। महंत धर्मदास ने बताया कि यह राम मंदिर बनाने की प्रक्रिया की शुरुआत है। सभी जानते हैं कि राम जी के सबसे प्रिय हनुमान जी भक्त हैं। वह श्रीराम के सेवक हैं। उनकी कृपा के बिना राम मंदिर बनना असंभव है।
धर्मदास ने दावा किया कि जल्द राम मंदिर का निर्माण होने वाला है। इस बीच हो सकता है उसमें कुछ विघ्न-बाधा आए तो उसे दूर करने का रास्ता हनुमान जी निकालें, इसलिए हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रांगण में अनवरत हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया गया है। उन्होंने बताया रामजी के कार्य के लिए हनुमानजी नियुक्त हैं। जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता तब तक हनुमान चालीसा का पाठ चलता रहेगा।
सुप्रीम कोर्ट में मंदिर-मस्जिद भूमि विवाद की सुनवाई अंतिम दौर में है, और इधर अयोध्या में विवादित स्थल पर श्रीराम का भव्य मंदिर बने इसके लिए हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमहंत प्रेमदास की अध्यक्षता में अनवरत हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हो गया।
कार्यक्रम के आयोजक राम जन्मभूमि मामले में पक्षकार व निर्वाणी अनी अखाड़े के श्री महंत धर्मदास ने बताया रामजी के कार्य के लिए हनुमानजी नियुक्त हैं। इसलिए जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता तब तक हनुमान चालीसा का पाठ उन्हें सुनाया जाएगा। महंत धर्मदास ने बताया कि यह राम मंदिर बनाने की प्रक्रिया की शुरुआत है। सभी जानते हैं कि राम जी के सबसे प्रिय हनुमान जी भक्त हैं। वह श्रीराम के सेवक हैं। उनकी कृपा के बिना राम मंदिर बनना असंभव है।
धर्मदास ने दावा किया कि जल्द राम मंदिर का निर्माण होने वाला है। इस बीच हो सकता है उसमें कुछ विघ्न-बाधा आए तो उसे दूर करने का रास्ता हनुमान जी निकालें, इसलिए हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रांगण में अनवरत हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया गया है। उन्होंने बताया रामजी के कार्य के लिए हनुमानजी नियुक्त हैं। जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता तब तक हनुमान चालीसा का पाठ चलता रहेगा।