एनबीटी न्यूज, बापगत
खेकड़ा नगर पंचायत चेयरपर्सन के देवर और उसके दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मर्डर से नाराज लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। सोमवार को भारी सुरक्षा के बीच पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों का शवों का अंतिम संस्कार किया गया। नगर में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार वारदात चुनावी रजिंश को लेकर की गई। विरोध में सोमवार को खेकड़ा नगर के बाजार, स्कूल और कॉलेज बंद रहे।
गौरतलब है कि चेयरपर्सन नीलम धामा के देवर पुष्पेंद्र धामा (40) अपने साथी वासिद (41) के साथ रविवार रात लगभग आठ बजे घूमते हुए पांडव पुलिया पर पहुंचे। इसी दौरान बाइक पर आए दो हमलावरों में से एक ने पुष्पेंद्र के चेहरे पर पिस्टल सटाकर दो गोली मार दी। वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। जान बचाकर भाग रहे वासिद का पीछा कर हमलावरों ने उस पर भी गोलियां बरसा दीं और फरार हो गए। आसपास के लोग एंबुलेंस से पुष्पेंद्र को सीएचसी ले गए, जहां उसने दम तोड़ दिया। वासिद ने भी घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर काफी देर बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तो आक्रोशित भीड़ पुष्पेंद्र के शव को अस्पताल और बाशिद के शव को घटनास्थल से उठाकर चेयरमैन के घर पर ले गयी।
चुनाव की रंजिश को लेकर 10 नवंबर 2010 में चेयरमैन हरेंद्र धामा की नगर पंचायत कार्यालय में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हरेंद्र की हत्या के बाद से ही उनकी पत्नी नीलम धामा खेकड़ा नगर पंचायत की चेयरमैन हैं। हरेंद्र चेयरमैन की हत्या में भूपेंद्र धामा, धर्मेंद्र लाला समेत दो दर्जन से ज्यादा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। धर्मेंद्र उर्फ लाला निवासी ढ़िकौली, सुक्रम पाल उर्फ भगत निवासी चांदन हेड़ी, सुदेश बसी, सोनू उर्फ सतेंद्र निवासी तुगाना और कर्मवीर शामिल थे। जिनमे धर्मेंद्र उर्फ लाला को मुजफ्फरनगर और सोनू उर्फ सतेंद्र को बागपत पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था। जबकि फरार चल रहे सुक्रमपाल भगत पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। 26 अप्रैल 2015 को नोएडा एसटीएफ ने उसको पंजाब से गिरफ्तार कर लिया था। भूपेंद्र की हत्या में पालिका चेयरमैन के देवर पुष्पेंद्र को नामजद किया गया था। इस हत्या की घटना को उसी रंजिश का परिणाम माना जा रहा है।