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Bulandshahr: जेल में सुंदरकांड, योगी राज में बुलंदशहर से आई ये तस्वीर हैरान करने वाली...जानिए पूरा मामला

Bulandshahr News Today: योगी राज में बुलंदशहर से ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो हैरान करने वाली है। जेल में सुंदरकांड का पाठ चल रहा है। बुलंदशहर जिला कारागार में सुंदरकांड का पाठ कराया गया। जेल अधीक्षक, एसपी सिटी और जिला अध्यक्ष इस मौके पर विशेष रूप से मौजूद रहे। कैदियों ने भी पूरे भक्ति-भाव के साथ पाठ में भाग लिया।

guest Varun-Sharma | Lipi 27 May 2022, 9:11 am
वरुण शर्मा, बुलंदशहर: इंटरनेट पर एक लाइन खूब चलती है...और कितने अच्छे दिन चाहिए। कुछ इसी प्रकार का भाव बुलंदशहर (Bulandshahr) से आई तस्वीर को देखकर उमड़ता है। दरअसल, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर में अब मंदिरों में होने वाला सुंदरकांड का पाठ अब जेलों तक पहुंच गया है। अपराध के मामले में जेल में बंद कैदी अब भगवान श्रीराम और हनुमान की शरण में पहुंच गए हैं। जेल में होते सुंदरकांड की चर्चा पूरे शहर में है। लोग भी इस मामले को अपने-अपने तरीके से पेश करने में जुट गए हैं।

जेल में कैदियों की ओर से सुंदरकांड के पाठ की योजना बनी तो जिला कारागार प्रशासन की ओर से इस योजना को अमली जामा पहना दिया गया। जिला कारागार के जेल अधीक्षक और बंदियों ने धूमधाम से कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें भाजपा के जिला अध्यक्ष सहित पर पुलिस के आला अधिकारी भी भाग लेने पहुंचे। धूमधाम से सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें जेल में बंद कैदियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर के जिला कारागार के नवनिर्मित हाल को सुंदरकांड पाठ के लिए जेल में रह रहे पुरुष व महिला बंदियों द्वारा भव्य तरीके से सजाया गया। वहीं, हॉल में बैठने की जगह कम पड़ जाने पर बैरक में ही बंदियों ने साउंड सिस्टम के माध्यम से सुंदरकांड का पाठ सुना। सुंदरकांड के पाठ कार्यक्रम में एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, एएसपी सुशांत सिंह और भाजपा के जिला अध्यक्ष में शामिल हुए, तो हॉल में बैठे महिला और पुरुष कैदी भी सुंदरकांड का पाठ करते नजर आए।

जिला कारागार में सुंदरकांड का पाठ लगभग चार घंटे तक चला, जिसके बाद में हवन और आरती के बाद सभी बंदियों को प्रसाद का वितरण किया गया। जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि जिला कारागार में सुंदरकांड पाठ भव्य आयोजन किया गया। कारागार में बंदियों को नैतिक और आध्यात्मिक रूप से मानसिक सुधार के दृष्टिकोण से ऐसे आयोजन किए जाते हैं। इसमें जिला कारागार में बंद महिला और पुरुष कैदियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
लेखक के बारे में
राहुल पराशर
नवभारत टाइम्स डिजिटल में सीनियर डिजिटल कंटेंट क्रिएटर। पत्रकारिता में प्रभात खबर से शुरुआत। राष्ट्रीय सहारा, हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक का सफर। डिजिटल जर्नलिज्म को जानने और सीखने की कोशिश। नित नए प्रयोग करने का प्रयास। मुजफ्फरपुर से निकलकर रांची, पटना, जमशेदपुर होते हुए लखनऊ तक का सफर।... और पढ़ें

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