गाजियाबाद कविनगर थाना क्षेत्र के बम्हैटा गांव में रेप की शिकार होने के बाद खुद को आग लगाने वाली पीड़िता की 8 दिन बाद मौत हो गई। दलित किशोरी पिछले 1 अप्रैल से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती थी। इसी अस्पताल में बुधवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। इस घटना के दो को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अब पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ अन्य धाराएं भी जोड़ी जाएंगी। कविनगर थाना इंचार्ज अशोक सिसौदिया ने बताया कि किशोरी की मौत की सूचना बुधवार दोपहर में मिली। बता दें कि यह घटना 29 मार्च की शाम को किशोरी के घर हुई थी। उस दौरान आरोपी बबलू यादव अपने एक दोस्त अमित के साथ किशोरी के घर गया था। घटना के समय अमित घर के बाहर नजर रख रहा था जबकि बबलू ने किशोरी के साथ रेप किया था। उसी समय किशोरी का भाई मौके पर पहुंचा तो दोनों आरोपी वहां से फरार हो गए थे। इस घटना से आहत होकर किशोरी ने खुद को कमरे में बंद कर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली थी। जिसके बाद उसे एमएमजी हॉस्पिटल और फिर दिल्ली रेफर किया गया था। जहां बुधवार को किशोरी की मौत हो गई। 50 फीसदी से ज्यादा झुलसी थी : आग लगाने से किशोरी करीब 50 फीसदी से ज्यादा ही झुलसी थी। एमएमजी हॉस्पिटल के सीएमएस सुनील कुमार ने बताया कि किशोरी को जब हॉस्पिटल में लाया गया तो उसकी स्थिति काफी खराब थी। लेकिन उसमें दर्द से लड़ने की क्षमता थी। इसलिए वह 8 दिनों तक मौत से लड़ती रही।
रेप के बाद दलित किशोरी ने खुद को लगाई आग, मौत
कविनगर थाना क्षेत्र के बम्हैटा गांव में रेप की शिकार होने के बाद खुद को आग लगाने वाली पीड़िता की 8 दिन बाद मौत हो गई
नवभारतटाइम्स.कॉम 6 Apr 2016, 11:00 pm