\B- एडीएम ने कहा, बात करके निकाला जाएगा कोई रास्ता
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एनबीटी न्यूज, हापुड़
कोरोना संकट का असर अब उद्योगों पर भी पड़ रहा है। लॉकडाउन की वजह से बंद पड़े उद्योगों में काम करने वाले हजारों मजदूरों की अप्रैल माह की सैलरी देने से इंडियन इंडस्ट्रीज असोसिएशन (आईआईए) ने इनकार कर दिया है। उन्होंने सरकार से आर्थिक पैकेज देने व फैक्ट्रियों का बिजली बिल माफ करने की मांग की है। आईआईए के मंडलीय सचिव धीरज सोनू चुंग ने बताया कि पूरे देश में लॉकडाउन होने की वजह से फैक्ट्रियों पर काफी असर पड़ा है। जिन्हें उभरने के लिए 6 माह का समय लग जाएगा। फैक्ट्रियों में काम करने वाले लेबर की सैलरी की समस्या है। फैक्ट्रियां बंद हैं और पेमेंट आ नहीं रही है। मार्च माह का वेतन सरकार के कहने पर लेबर को दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि आईआईए से जुड़ी क्षेत्र में लगभग 150 फैक्ट्रियों में आठ हजार मजदूर काम करते हैं। जिन्हें अप्रैल माह की सैलरी देना संभव नहीं है। फैक्ट्री खुलने के दो माह तक पैसा नहीं आएगा। धीरखेड़ा इंडस्ट्रियल असोसिएशन के सचिव शांतनु सिंघल का कहना है कि फैक्ट्री मालिक काफी लंबे समय से ईपीएफ व ईएसआईसी के रूप में फंड़ देते आ रहे हैं, सरकार अप्रैल माह की सैलरी वहीं से देने की व्यवस्था करे। सरकार को ईपीएफ में 6 माह की छूट देनी चाहिए। फैक्ट्री मालिकों के इस फैसले से श्रमिक काफी परेशान हैं। एडीएम जयनाथ यादव का कहना है कि व्यापारियों से बात करके समस्या का समाधान किया जाएगा। वहीं हापुड़ स्माल स्केल इंडस्ट्री असोसिएशन के सचिव अमन गुप्ता ने बताया कि उनकी असोसिएशन ने अपनी फैक्ट्रियों में काम करने वाले सभी श्रमिकों को मार्च माह में सैलरी दी है। अप्रैल माह के लिए सरकार की जो भी गाइडलाइन आएगी हम उसे मानेंगे। हम सरकार के साथ हैं।